न्यूज नेशन पर रात नौ बजे समय होता 'खोज खबर' का, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने मौलाना साद झूठों का सरदार निकला! मुद्दे पर चैनल पर आए मेहमानों के साथ चर्चा की. इस बहस में तबलीगी जमात के सदस्य मुजबिर रहमान, उलेमा काउंसिल मौलाना नदीमुद्दीन, MANUU चांसलर फिरोज अहमद बख्त, QI प्रेसीडेंट सईद उल कादरी, इस्लामिक स्कॉलर सुबुही खान, राजनीतिक विश्लेषक संगीत रागी ने हिस्सा लिया है.
तबलीगी जमात के सदस्य मुजबिर रहमान ने लोग मरकज में आते हैं और फिर अपने घर चले जाते हैं, भगौड़ा कोई नहीं है. उलेमा काउंसिल मौलाना नदीमुद्दीन ने कहा कि मौलाना साद को पुलिस और सरकार क्यों नहीं बाहर ला रही है. उन्होंने आगे कहा कि तबलीगी जमात की गलती को बाकी मुसलमान से नहीं जोड़ना चाहिए.
MANUU चांसलर फिरोज अहमद बख्त ने कहा कि जमातियों का इलाज एम्स में कराया गया, सरकार का शुक्रिया करना चाहिए. QI प्रेसीडेंट सईद उल कादरी ने मौलाना साद को सरकार ही बाहर नहीं ला रही है. मैं सिर्फ अपने अल्ला पर भरोसा रखता हूं. इस्लामिक स्कॉलर सुबुही खानने कहा कि हमारे देश में मां और पुत्री का रिश्ता है. इतिहास उठा कर देख लीजिए आजतक कभी भी हिन्दू ने मुसलमानों को शोषण नहीं किया है.
राजनीतिक विश्लेषक संगीत रागी ने कहा कि अगर देश में थर्ड स्टेट में कोरोना फैलेगा तो इसके जिम्मेदार तबलीगी जमात वाले होंगे. अभी भी करीब 400 तबलीगी जमात छिपे हुए हैं. मुस्लिम समाज का क्या ये कर्तव्य नहीं बनता है कि देशविरोधी लोगों का बहिष्कार करें.
Source : News Nation Bureau