पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के घर से बरामद 20 करोड़ रुपये मामले में पश्चिम बंगाल की राजनीति पूरी तरह गरमा गई है. इस बीच इस पूरे मामले पर TMC नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम (Firhad Hakim) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को इसलिए फंसाया गया क्योंकि उन्होंने टीएमसी (TMC) में बने रहने का फैसला किया और बीजेपी में शामिल होने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'हम फिर कहते हैं कि अगर कानून के तहत वह दोषी पाये जाते हैं तो टीएमसी सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा, टीएमसी का अर्पिता मुखर्जी से कोई संबंध नहीं है.
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फिरहाद हकीम ने कहा, 21 जुलाई को आयोजित शहीद दिवस की भीड़ की सफलता से बीजेपी बौखला गई है और अब बीजेपी तस्वीरें दिखाने का आरोप लगा रही है. अगर ऐसा है तो उनके इतने मामले हैं कि आरोपी लोग बीजेपी के साथ फोटो खिंचवाते हैं. टीएमसी नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा है कि हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और हमें न्यायपालिका पर भरोसा है. टीएमसी पार्टी या सरकार में किसी भी विसंगति या कदाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी. न्यायपालिका के फैसले के बाद टीएमसी कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा, आज के हालात में ऐसा लग रहा है कि ईडी को बीजेपी चला रही है. अगर सुवेंदु अधिकारी कह रहे हैं कि ईडी के कोई बयान देने से पहले ही भविष्य में बहुत कुछ मिलने वाला है. इसका मतलब है कि ईडी राजनीतिक रूप से भाजपा से प्रभावित है.
फिलहाल तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से बरामद धन के साथ सभी संबंधों से इनकार किया है. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पार्थ चटर्जी के सरकारी SSKM अस्पताल में भर्ती होने पर आपत्ति जताई है. जांच एजेंसी ने कहा है, ''उन्हें आर्मी कमांड अस्पताल जैसे किसी केंद्र संचालित अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता था. वहीं 21 करोड़ रुपये बरामद होने को लेकर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रही हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा, "टीएमसी पार्टी और उनकी सरकार में भ्रष्टाचार व्याप्त है. उनके मंत्रियों को भ्रष्टाचार में लिप्त होने की पूरी छूट है.