रविवार को दिल्ली एमसीडी (नगर निगम) चुनाव के लिए वोटिंग होगी। इस बार के एमसीडी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।
272 सीटों पर होने वाले चुनाव की मतगणना 26 अप्रैल को होगी।
बीजेपी पिछले 10 सालों से एमसीडी पर काबिज है वहीं आम आदमी पार्टी दिल्ली में पिछले दो सालों के कामकाज का हवाला देते हुए बीजेपी को टक्कर दे रही है। वहीं केजरीवाल के सहयोगी रहे और स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव भी दिल्ली चुनाव में खम ठोक रहे हैं।
बीजेपी पिछले 10 सालों से दिल्ली की तीनों नगर निगमों ईस्ट, नॉर्थ और साउथ पर काबिज है। दिल्ली में कुल 272 एमसीडी सीटें हैं जिनमें से 139 बीजेपी के पास है।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी के लिए एमसीडी चुनाव प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। वहीं आम आदमी पार्टी एमसीडी चुनाव में बीजेपी के कुशासन और भ्रष्टाचार का मुद्दा बनाने में लगी है। जबकि कांग्रेस दिल्ली की दुर्दशा के लिए केंद्र की बीजेपी और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की विफलता को मुद्दा बना रही है।
हालांकि राजौरी गार्डेन विधानसभा सीट पर हुए उप-चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें थोड़ी ज्यादा है। पार्टी के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के पंजाब में चुनाव लड़ने के कारण खाली हुई इस सीट पर हुए उप चुनाव में बीजेपी जीतने में सफल रही थी, वहीं कांग्रेस आम आदमी पार्टी को पीछे छोड़ते हुए दूसरे स्थान पर आने में सफल रही।
बीजेपी ने इस उप-चुनाव के नतीजों को एमसीडी चुनाव के नतीजों की झांकी बताया। हालांकि केजरीवाल ने इसे सिरे से खारिज करते हुए साफ किया कि राजौरी गार्डेन सीट पर चुनाव के नतीजों का एमसीडी चुनाव के नतीजों से कोई संबंध नहीं है, बल्कि यह पार्टी के उम्मीदवार के सीट छोड़ने के खिलाफ उपजा आक्रोश है।
राजौरी उप चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए राहत की खबर रही क्योंकि कांग्रेस का कार्यकर्ता आप को छोड़ते हुए उसके पास वापस लौट आया था। लेकिन पिछले एक हफ्ते में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं का पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाना, इस चुनाव में पार्टी के खिलाफ जा सकता है।
HIGHLIGHTS
- रविवार को दिल्ली एमसीडी (नगर निगम) चुनाव के लिए वोटिंग होगी
- 272 सीटों पर होने वाले चुनाव की मतगणना 26 अप्रैल को होगी
Source : News Nation Bureau