विदेश मंत्रालय ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्ज़ीवाड़े मामले में फरार चल रहे आरोपी नीरव मोदी को ट्रेस करने और यूरोपीय देश में उसके आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए मदद मांगी है।
इस बारे में विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ़्ते फ्रांस, यूके और बेल्जियम को एक पत्र लिखा है।
इन सभी देशों और उनकी सरकार से भारत ने पहले भी मौखिक तौर पर मदद मांगी थी लेकिन इस बार लिखित मदद मांगी है। गौरतलब है कि नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए भारत की तरफ से प्रयास तेज़ कर दिए गए हैं।
इससे पहले मंगलवार को मुंबई की एक विशेष अदालत ने हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अपील को मंजूरी दे दी। बता दें कि ईडी ने मनी लांड्रिंग केस में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अपील की थी।
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कोर्ट इस ममाले में एजेंसी द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद पहले ही मोदी के लिए गैर-जमानती गिरफ्तारी वॉरंट (नॉन बैलेबल वॉरेंट) जारी कर चुका है लेकिन यह गैर-जमानती गिरफ्तारी वॉरंट सिर्फ देश में लागू हो सकता है।
पीएनबी से हज़ारों करोड़ रुपये के फर्ज़ीवाड़ा की घटना सामने आने के बाद नीरव मोदी अपने पूरे परिवार के साथ विदेश फरार है। इसलिए ईडी ने उसके प्रत्यर्पण के लिए आवेदन कर रखा था।
मुंबई कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र के जरिए अधिकारियों ने बताया कि नीरव मोदी लगातार अपना स्थान बदल रहा है। ऐसे में प्रत्यर्पण की अपील कई देशों से की गई है।
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Source : News Nation Bureau