अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मध्यस्थता पैनल ने सभी पक्षकारों, एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड सहित 25 लोगों को बुधवार सुबह 10 बजे हाज़िर होने को नोटिस जारी किया है. फैज़ाबाद में अवध यूनिवर्सिटी के गेंदालाल दीक्षित वीआईपी गेस्ट हाउस में बुधवार को मध्यस्थ समिति की पहली मीटिंग होगी. सभी को साफ हिदायत दी गई है कि मध्यस्थता की कार्यवाही पूरी तरह गोपनीय रखी जाए. सभी पक्षकार मीटिंग में बुधवार को पहुंचेंगे. रामलला विराजमान और हिन्दू महासभा जिन्होंने पहले मध्यस्थता से इनकार किया था, वो भी मीटिंग में जाएंगे.
इससे पहले 8 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को मध्यस्थता पैनल के सुपुर्द कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि मध्यस्थता की निगरानी सुप्रीम कोर्ट करेगा. मध्यस्थता के लिए 3 लोगों का पैनल बनाया गया और 8 हफ्ते में मध्यस्थता पूरी करने को कहा गया. सुप्रीम कोर्ट ने 4 हफ्ते में मध्यस्थता की प्रगति रिपोर्ट देने को कहा है. मध्यस्थता पैनल में श्री श्री रविशंकर, श्रीराम पंचू और जस्टिस एफएम इब्राहिम खलीफुल्ला का नाम शामिल किया गया था.
जस्टिस खलीफुल्ला मध्यस्थता पैनल की अध्यक्षता करेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते में मध्यस्थता की प्रक्रिया फैजाबाद से शुरू करने को कहा था. मध्यस्थता की प्रक्रिया गोपनीय होगी और उसकी मीडिया रिपोर्टिंग से मना किया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दिया है कि वह मध्यस्थता के लिए बने पैनल के लोगों को पूरी सहूलियत उपलब्ध कराए. पैनल को जरूरत पड़ने पर विधिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी.
Source : Arvind Singh