कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. संक्रमित मरीजो की संख्या बढ़ रही है. वहीं एक बड़ा संकट दस्तक दे रहा है. आने वाले दिनों में दवाओं की किल्लत आ सकती है. दरसल लॉक डाउन के कारण ट्रांसपोर्ट बन्द है. लिहाजा दवाएं जो बाहरी राज्यों से आती है जयपुर नहीं पहुंच पा रही हैं. क्रोनिकल डिजीज की दावाओ की कमी एक बड़ी समस्या को जन्म देगी. यही नही जयपुर को छोड़कर बाकी 32 जिलों में तो अभी से दावाओ की कमी आ रही है.
यह भी पढ़ें- COVID-19 भारतीय रेलवे 20 हजार कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करेगा
एशिया के सबसे बड़े दवा बाजारों में शुमार फ़िल्म कॉलोनी में कर्फ्यू लगा है. लेकिन दावाओं के बाजार के चलते यहां लोगों की आवाजाही पर रोक नहीं लगाई है. हालांकि दुकानों पर भीड़ सोशल डिस्टनसिंग पर तो भारी पड़ ही रही है. लोग दवाएं स्टोर कर रहे हैं. क्रोनिकल डिजीज वाले मरीजी ने तो एक से तीन महीने की दावाएं ले ली हैं. इसके अलावा लॉक डाउन के कारण दावाओ के ट्रांसपोर्ट पर भी असर दिख रहा है. आलम यह है कि बाहर से दावाओ की सप्लाई नहीं हो रही है.
यह भी पढ़ें- भारत में कोरोना वायरस का इलाज संभव, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस दवा देने की सिफारिश की
जिसके कारण जयपुर को छोड़कर बाकी 32 जिलों में दवा की किल्लत शुरू हो चुकी है. यही नहीं अगर हालात नहीं सुधरे तो जयपुर में भी दावाओं का टोटा लग जाएगा. जो बेहद खतरनाक साबित होगा. दवा व्यापार से जुड़े लोग सरकार से मांग कर रहे है कि दावाओ के ट्रांसपोर्ट को शुरू करवाया जाए.
यह भी पढ़ें- आम जनता को बड़ा झटका, मोदी सरकार ने की PPF-सुकन्या समेत सभी सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में भारी कटौती
सरकार के जिम्मेदार लोगों को भी दावाओ की किल्लत का एहसास हो रहा है. परिवहन मंत्री प्रतापसिंह सिंह खाचरियावास का कहना है कि उन्होंने इस सम्बंध में अन्य प्रदेशों के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर से बात की है. मंत्री का कहना है इस मामले में सरकार गंभीर है. वहीं मुख्य सचेतक महेश जोशी का कहना है कि सीएम गहलोत लगातार कोरोना को लेकर गंभीर हैं. सरकार के स्तर पर जारी कार्यों की मॉनिटरिंग हो रही है. राजस्थान में दावाओ की किल्लत नहीं होने देंगे.
Source : News Nation Bureau