Advertisment

मीनाक्षी लेखी ने पहले किसानों को 'मवाली' कहा, विवाद बढ़ा तो मांगी माफी

कृषि कानून के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने आज धरने पर बैठे किसानों पर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी भड़क गईं और उन्हें मवाली कह दिया. मीनाक्षी लेखी ने हाल ही में मोदी सरकार की नई कैबिनेट में विदेश राज्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया था.

author-image
Ravindra Singh
एडिट
New Update
Minkshi Lekhi

मीनाक्षी लेखी( Photo Credit : फाइल )

Advertisment

पिछले कई महीने से कृषि कानून के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने आज धरने पर बैठे किसानों पर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी भड़क गईं और उन्हें मवाली कह दिया. आपको बता दें कि मीनाक्षी लेखी ने हाल ही में मोदी सरकार की नई कैबिनेट में विदेश राज्यमंत्री का पदभार ग्रहण किया था. मीनाक्षी ने पेगासस जासूसी मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके विपक्ष पर हमला बोला था इसी दौरान उन्होंने जंतर-मंतर पर धरना दे रहे किसानों पर भी हमला बोल दिया और कहा कि पहली बात तो आप उनको किसान कहना बंद कीजिए क्योंकि वो किसान नहीं हैं, किसानों के पास इतना समय नहीं है कि वो जंतर-मंतर पर धरना देकर बैठे. वो अपने खेतों में काम कर रहा है. ये सिर्फ साजिशकर्ताओं द्वारा भड़काए हुए लोग हैं जो किसानों के नाम पर ये हरकतें कर रहे हैं.  

किसान नहीं मवाली हैं वोः मीनाक्षी लेखी
इसके पहले संसद में पेगासस जासूसी मुद्दे पर विपक्ष ने संसद में हंगामा किया था जिससे नाराज मीनाक्षी ने पहले तो विपक्ष पर फेक न्यूज के जरिए देश में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया उसके बाद जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को आढ़ती बताकर कहा कि वो किसान नहीं मवाली हैं. जब मीनाक्षी लेखी से पत्रकारों ने 26 जनवरी की घटना याद दिलाते हुए उन्हें इजाजत मिलने को लेकर सवाल पूछा तब वो भड़क गई  से 26 जनवरी को हुई घटना के बावजूद जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारियों को आने की इजाजत के बारे में पूछा गया तो वो भड़क गईं. उन्होंने कहा कि आप लोग फिर उन्हे किसान बोल रहे हैं. किसान नहीं मवाली हैं वो. मीनाक्षी ने कहा कि 26 जनवरी को जो कुछ हुआ वो शर्मनाक था और विपक्ष द्वारा ऐसे लोगों को बढ़ावा दिया गया.

यह भी पढ़ेंःकिसानों को 'मवाली' बताने पर मीनाक्षी लेखी से CM अमरिंदर ने मांगा इस्तीफा

विवाद बढ़ता देख कहा मैं अपने शब्द वापस लेती हूं
मीनाक्षी लेखी ने किसान आंदोलन में शामिल किसानों को लेकर 26 जनवरी की घटना को याद करके उन्हें मवाली तो बोल दिया. लेकिन जब इस बयान से विवाद बढ़ने लगा तो उन्होेंने माफी मांगते हुए अपने बयान को वापस ले लिया और कहा कि अगर किसी को मेरे इस बयान से ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. उन्होंने कहा है कि उनके बयान को गलत समझा गया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मेरे शब्दों को तोड़ा मरोड़ा गया है अगर इससे किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं.

यह भी पढ़ेंःफेक न्यूज के सहारे देश की प्रतिष्ठा खत्म करने पर उतारू है कांग्रेसः लेखी

पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह ने मांगा मीनाक्षी लेखी का इस्तीफा
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों के विरोध स्थल पर एक पत्रकार पर हुए कथित हमले की निंदा करते हुए गुरुवार को किसानों को 'गुंडे' करार देने के लिए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के तत्काल इस्तीफे की मांग की. तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब आठ महीने से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भाजपा नेता की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है.

HIGHLIGHTS

  • मीनाक्षी लेखी ने किसानों को कहा मवाली
  • विवाद बढ़ता देख कहा- मैं शब्द वापस लेती हूं
  • पंजाब सीएम ने मांगा मीनाक्षी लेखी का इस्तीफा
kisan-andolan jantar-mantar-protest kisan-sansad farmer-protest Meenakshi Lekhi Kisan Andolan News BJP MP farmer protest today Union Minister Minakshi Lekhi
Advertisment
Advertisment
Advertisment