जैसे ही पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 व 1000 रुपए के नोट को बैन करने का ऐलान किया देश भर में खलबली मच गई। पीएम के इस ऐलान के बाद लोग यह सोचने लगे कि आखिर किसकी सलाह से पीएम ने ऐसा किया।
यह प्रस्ताव औरंगाबाद के मैकेनिकल इंजीनियर अनिल बोकील ने पीएम मोदी को दी थी। बोकील पुणे के अर्थक्रांति संस्थान के सदस्य हैं। अपने प्रपोजल में उन्होंने पीएम को कई अन्य महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए थे। बोकील के इन सुझावों में से 500 और 1000 रुपए के नोट वापस लेना भी शामिल था।
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इसके साथ ही आयात शुल्क को छोड़कर कई तरह के टैक्स वापस लिए जाएं। सभी बड़े ट्रांजैक्शन चेक, डिमांड ड्राफ्ट और ऑनलाइन की मदद से बैंक के जरिए हो। सरकार के रेवेन्यू कलेक्शन का सिंगल विंडो सिस्टम लागू हो।
पहले तो पीएम ने बोकील का प्रस्ताव सुनने के लिए मात्र 9 मिनट का समय दिया था लेकिन जैसे ही यह प्रस्ताव सुना तो उन्हें वो इतना अच्छा लगा कि इस मुद्दे पर दोनों के बीच लगभग 2 घंटे तक बातचीत चली।
क्या है अर्थक्रांति
अर्थक्रांति संस्थान एक चार्टर्ड एकाउंटेंट और इंजीनियर्स का एक ग्रुप है। अर्थक्रांति ने ही पीएम मोदी को काला धन, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और आतंकवादियों को फंडिंग जैसी समस्याओं को रोकने के लिए यह प्रस्ताव दिया था।
Source : News Nation Bureau