जम्मू-कश्मीर में पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद यहां सियासी हलचल तेज हो गई है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला भी कुछ महीने पहले रिहा हो चुके हैं. ऐसे में जम्मू-कश्मीर की दोनों बड़ी पार्टियां अब एक साथ मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं.
इसी के तहत शनिवार को महबूबा मुफ्ती के आवास पर बैठक हुई. श्रीनगर स्थिति आवास पर 'पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर घोषणा' के सदस्यों की बैठक चल रही है. इस बैठक में एनसी अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी मौजूद हैं.
दरअसल, कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर की दोनों पार्टियों ने मिलकर इस अलायंस को बनाया है. इन लोगों की लड़ाई जम्मू-कश्मीर में 35A और अनुच्छे 370 की फिर से बहाली को लेकर है. फारूक अब्दुल्ला ने कहना है कि हमने इस गठबंधन को पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का नाम दिया है. हमारी मांग हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को वो सारे अधिकार दिए जाएं जो हमसे छीने गए हैं.
इसे भी पढ़ें:भारतीय सेना ने LoC के पास मार गिराया पाकिस्तान का ड्रोन
वहीं शुक्रवार को महबूबा मुफ्ती ने भी साफ कर दिया है कि जब तक जम्मू-कश्मीर से जो छिना गया है उसे वापस नहीं किया जाता तब तक लड़ाई जारी रहेगी. वो ना तो चुनाव लड़ेंगी और ना ही जम्मू-कश्मीर के झंडे के अलावा कोई और दूसरा झंडा (उनका इशारा तिरंगे की तरफ था) उठाएंगी.
Source : News Nation Bureau