24 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक आयोजित की गई थी. करीब चार घंटे तक चली बैठक में 18 दलों के नेता शामिल हुए थे. इसमें कांग्रेस, जेडीयू, राजद, टीएमसी, आप, डीएमके, राकंपा समेत कई अन्य विपक्षी दलों ने हिस्सा लिया था. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने जगह बदलने की जानकारी दी. गुरुवार को पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि शिमला में होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है. इसकी जगह बेंगलुरु में 13-14 जुलाई को सभी विपक्षी दलों के नेता एक साथ बैठक करेंगे. शरद पवार ने इस दौरान बीजेपी को भी आड़े हाथ लिया. पवार ने कहा कि बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए किसी के साथ ही हाथ मिला सकती है. बीजेपी अगर सत्ता से बाहर हो जाती है तो उसकी बेचैनी बढ़ जाती है.
बता दें कि पटना में आयोजित हुई बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत चुनाव लड़ने पर सभी दलों ने सहमति जताई थी. साथ ही तय हुआ था कि 13 जुलाई को शिमला में बैठक आयोजित की जाएगी, लेकिन पांच दिन बाद जगह को बदल दिया गया है. शिमला में होने वाली बैठक अब कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में होगी. कांग्रेस की कर्नाटक में ऐतिहासिक जीत के बाद से पार्टी के नेता गदगद हैं. हालांकि, हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार है, लेकिन विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए बेंगलुरु को चुना गया है. बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस की ऐतिहासिक विजय होने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में कई विपक्षी दलों के नेता शामिल होकर एकजुटता का कड़ा संदेश दिया था.
Source : News Nation Bureau