पाटीदार आरक्षण को लेकर कांग्रेस और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस)की बैठक बेनतीजा रही। इस बैठक में दोनों पक्षों में आरक्षण को लेकर बात नहीं बन पाई है। हालांकि कांग्रेस ने पाटीदारों आरक्षण पर पीएएएस को 3 विकल्प दिये हैं।
देर रात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिबल से हुई पीएएएस नेताओं की मुलाकात करीब ढाई घंटे तक चली।
पीएएएस के संयोजक दिनेश बंभानिया ने कहा, 'हमें कांग्रेस की तरफ से तीन विकल्प दिये गए हैं कि किस तरह से हमेरे समुदाय को शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाएगा।'
हालांकि विकल्पों की जानकारी देने से उन्होंने इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, 'जो विकल्प हमें दिये गए हैं वो तब तक गोपनीय हैं, जब तक कि हार्दिक पटेल, समुदाय के दूसरे नेताओं और कानूनी जानकारों से इस पर चर्चा नहीं की जाती। अगर समुदाय के नेता इस पर सहमत हो जाते हैं तो कांग्रेस को इसकी जानकारी दी जाएगी।'
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उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के प्रस्ताव में एससी. एसटी और ओबीसी के 49 फीसदी के आरक्षण को छुआ नहीं गया है। उसके ऊपर के विकल्प दिये गए हैं।'
पीएएएस के संयोजक ने कहा कि बैठक काफी सौहार्द्रपूर्ण माहौल में हुई।
बंभानिया ने कहा, 'हमने ओबीसी के तहत आरक्षण के कांग्रेस के प्रस्ताव को पहले ही नकार दिया था। क्योंकि ये संवैधानिक तौर पर वैध नहीं है।'
कांग्रेस नेता सिबल ने कहा, 'आज की पीएएएस और कांग्रेस के नेताओं की बैठक से उम्मीद जगी है कि इस दिशा में कुछ किया जा सकता है।'
उन्होंने कहा, 'हमने सभी पहलुओं पर चर्चा की है और पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने के लिये संविधान के दायरे में सबकुछ किया जाएगा... दो तीन दिन में दोबारा बैठक के बाद सब कुछ साफ हो जाएगा।'
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पीएएएस और कांग्रेस की बैठक पाटीदारों को आरक्षण दिये जाने के संबंध में हुई है। कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आती है तो वो पाटीदारों को आरक्षण देगी।
गुजरात में विधानसभा चुनाव है और कांग्रेस पाटीदारों को साधने में लगी हुई है। हार्दिक पट्ल ने कहा है कि अगर कांग्रेस पाटीदारों को आरक्षण देती है तो वो गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देंगे।
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Source : News Nation Bureau