मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने सोमवार को सदन में ध्वनिमत से विश्वास मत हासिल कर लिया। संगमा छह दलों की गैर-कांग्रेस सरकार की अगुवाई कर रहे हैं।
कोनराड ने यह विश्वास मत यहां हुए विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश के बाद एक सप्ताह पहले नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेतृत्व में मेघायल डेमोक्रेटिक एलायंस सरकार के गठन के बाद हासिल किया है।
नवनियुक्त विधानसभा अध्यक्ष दोनकुपर राय मत के लिए विश्वास प्रस्ताव को सदन के सामने रखने जा रहे थे कि विपक्षी नेता मुकुल संगमा अपनी जगह से खड़े हुए और पूछा कि कौन सी पार्टी सरकार की अगुवाई कर रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम यह जानना चाहते हैं कि यह एनपीपी नीति सरकार है या बीजेपी नीति सरकार है या पार्टियों का समूह है।'
मुकुल ने कहा, 'यह निश्चित ही खंडित जनादेश है। पूरे चुनावी अभियान को देखें तो लोगों का जनादेश यहां गैर बीजेपी सरकार बनाने का था।'
सदन को सूचित करते हुए कोनराड ने कहा कि वह एनपीपी की अगुवाई वाली मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस सरकार के प्रमुख हैं और उनके पास युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट और निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है।
उन्होंने हालांकि बीजेपी का नाम नहीं लिया, जबकि बीजेपी के मंत्री अलेक्जेंद्र हेक और विधायक सनबोर शुल्लाई ने सरकार का साथी होने पर पार्टी का बचाव किया।
शुल्लाई को यह कहते हुए सुना गया कि भाजपा एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और जनविरोधी नहीं है।
हाल में संपन्न हुए चुनाव में कांग्रेस 21 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई थी लेकिन यह संख्या सरकार गठन के लिए पर्याप्त नहीं है। एनपीपी 19 सीट जीतकर दूसरे स्थान पर रही थी। उसे छह दलों से समर्थन मिला और उसके नेतृत्व में सरकार बनी।
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Source : IANS