मेघालय में अवैध कोयला खदान में पिछले दो हफ्ते से फंसे 15 मजदूरों को बचाने में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम नीचे उतरी है. 13 दिसंबर से मज़दूर खदान में फंसे हुए है . भारतीय नौसेना के 15 गोताखोर विशाखापट्टनम से मेघालय पहुंचे. सीआईएल के सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर जीएस गिल ने कहा कि पानी को बाहर निकालने में पांच दिन लगेंगे. उन्होंने कहा, नेवी के गोताखोर नीचे गए उतरे है. पता लगा रहे हैं कि नीचे कितना पानी है. पंप आ चुके हैं लेकिन जनरेटर का आना अभी बाकी है. जनरेटर आने पर पानी को बाहर निकालने में पांच दिन का वक़्त लगेगा.
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट ने कहा, 'ओडिशा फायर सर्विस के साथ एनडीआरएफ की टीम कर रही है. पानी के स्तर के बारे में सही जानकारी मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. मज़दूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.' इस मामले पर ताज़ा अपडेट के मुताबिक, एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट का कहना है कि गोताखोर बाहर चुके है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, पानी काफी ज़्यादा गहरा है. गोताखोरों ने 70 फ़ीट तक गोता लगाया लेकिन ग्राउंड लेवल पर नहीं पहुंच पाए.
उन्होंने कहा, 'पानी बेहद ठंडा है, जिससे कि गोताखोरों को रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखने में मुश्किल हो रही है. हम पूरी कोशिश कर रहे है.. कल नेवी टीम अत्याधुनिक उपकरणों के साथ अंदर जाएगी.'
Asst Commandant NDRF on trapped #Meghalayaminers: Water is chilling in there which makes it difficult for divers to carry out the operation.We're trying our best. Tomorrow Navy Team will go inside with sophisticated equipment that they've.We're hoping for a better output tomorrow https://t.co/6mAIu5apuz
— ANI (@ANI) December 30, 2018
इससे पहले एनडीआरएफ की एक बचाव टीम ने कोयला खदान के मुख्य शाफ्ट में छानबीन की, फिर भी किसी मजदूर का पता नहीं लग सका.सीआईएल विभिन्न जगहों से अपने 100 हॉर्सपॉवर के उच्च क्षमता वाले सबमरसिबल पंप को हवाई मार्ग से गुवाहाटी हवाईअड्डे तक पहुंचाने की योजना बना रही है, जिसके बाद पंपों को सड़क मार्ग से पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले के कसान गांव पहुंचाया जाएगा.
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प्रत्येक पंप 500 गैलन प्रति मिनट की दर से पानी निकाल सकता है. मेघालय पुलिस ने नरवान गांव से कोयला खदान के मालिक जरिन उर्फ क्रिप चुलेट को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि अवैध खदान गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है.
मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह व कोयला मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की और खदान में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तुरंत केंद्रीय सहायता की मांग की.
Source : News Nation Bureau