मेघालय विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार बनाने में विफल रही कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जोड़-तोड़ करने का ठीकरा फोड़ा है।
शनिवार को आए राज्य के नतीजों में सत्तारूढ़ कांग्रेस को विधानसभा की 60 सीटों में सबसे अधिक 21 सीटें हासिल हुई। वहीं राज्य में बीजेपी को महज 2 सीटें मिली थी। दूसरे स्थान पर 19 सीटों के साथ नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) रही।
राज्य में आए खंडित जनादेश पर सरकार न बना पाने की स्थिति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे नेताओं ने मेघालय में कड़ी मेहनत की थी और सबसे ज्यादा सीटें हासिल की।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'बीजेपी को महज 2 सीटें मिली, फिर भी वे 2 को 30 में बदल में बदल दिए। वे हमारी पार्टी के समर्थकों को तोड़ कर अपने साथ ले गए हैं। राज्यपाल को इस पर सहमत नहीं होना चाहिए, वे सबसे बड़ी पार्टी नहीं हो सकते हैं।'
खड़गे ने कहा, 'अकेली सबसे बड़ी पार्टी को मौका अवश्य मिलनी चाहिए। अगर हम बहुमत साबित नहीं कर पाते तो दूसरे नंबर की पार्टी को आमंत्रित करनी चाहिए। वे लोकतंत्र नहीं चाहते हैं और डर का वातावरण बनाना चाहते हैं। यह लंबे समय तक नहीं चलेगा, लोग धीरे-धीरे इसे समझेंगे।'
वहीं मेघालय कांग्रेस के अध्यक्ष विंसेंट पाला ने कहा कि यह पहले से तय था कि बीजेपी, एनपीपी और यूडीपी (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी) तीनों पार्टियां एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा में उनकी पार्टी को जनादेश मिला है।
पाला ने कहा, 'हमारी चुनाव से पहले किसी व्यक्ति से गठबंधन नहीं थी। चुनाव कैम्पेन के समय से ही बीजेपी, एनपीपी और यूडीपी साथ थे जो कि अब साबित हो गया है। जनादेश असल में कांग्रेस पार्टी को दिया गया है।'
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बीजेपी और सहयोगी पार्टी के सरकार बनाने पर उन्होंने कहा कि सरकार बनाने की दावेदारी पेश करना बहुत आसान है लेकिन उसे चलाना काफी मुश्किल होगा।
बता दें कि 19 सीट हासिल करने वाली एनपीपी ने बीजेपी, यूडीपी, एचएसपीडीपी के विधायकों के साथ रविवार को राज्यपाल के पास पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दी। एनपीपी नेता कोनराड संगमा राज्य के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
मेघालय में शपथ ग्रहण समारोह 6 मार्च को आयोजित किए जाने की संभावना है।
राज्य की 60 में से 59 सीटों पर 27 फरवरी को मतदान हुआ था। एक सीट के प्रत्याशी के निधन के कारण 59 सीटों पर ही मतदान हुआ था।
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Source : News Nation Bureau