जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए, क्योंकि वह बीमार है. साथ ही, जमात-ए-इस्लामी के अन्य सदस्यों को भी रिहा किया जाना चाहिए. साध्वी प्रज्ञा पर कई गंभीर आरोप हैं, उन्हें तो रिहा कर दिया गया है.
बता दें दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने यासीन मलिक को 24 मई तक न्यायिक हिरासत में भेजा है. तिहाड़ जेल अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मलिक को पेश करने का निर्देश देने की मांग की. कोर्ट ने इस पर बचाव पक्ष के वकील से जवाब मांगा है.
इससे कुछ दिन पहले मुफ्ती ने कहा था कि भारत ने अगर परमाणु बम दिवाली मनाने के लिए नहीं रखा है तो जाहिर है कि पाकिस्तान ने भी इसे ईद के लिए नहीं रखा है. मुफ्ती ने पलटवार मोदी के उस बयान पर किया जिसमें पीएम ने राजस्थान के बाड़मेर में चुनावी जनसभा में पड़ोसी मुल्क को चेतावनी देते हुए कहा था कि हमने परमाणु बम को दिवाली के लिए नहीं रखा हुआ है.