गलवान घाटी स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से महज कुछ मीटर की दूरी पर भारत-चीन (India-China) सेना के हजार-हजार सैनिक (Soldiers) तैनात हैं. इस बीच लद्दाख (Ladakh) सीमा पर तनावपूर्ण शांति के बीच इंडो-चीन सैन्य बातचीत का एक चरण आज फिर होगा. हालांकि तनाव खत्म कर सीमा पर स्थिति सामान्य बनाने की इस कवायद के बीच भारत और चीन दोनों ने ही अपनी-अपनी सीमाओं में स्थित एय़रबेस (Air Base) पर उन्नत लड़ाकू विमानों समेत हेलीकॉप्टर और अन्य सैन्य साज-ओ-सामान जमाना शुरू कर दिया है. ठंडा-गर्म वाले इस माहौल में बीजिंग-नई दिल्ली प्रशासन आरोप-प्रत्यारोप के बीच बयानबाजी जारी रखे हुए हैं.
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भारतीय इलाके में माउंटेन फोर्स तैनात
गलवान घाटी के पीपी 14 क्षेत्र में 15 जून को हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों की सेनाएं अपने आप को मजबूत करने में लगी हैं. चीन की सेना पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने एलएसी पर आर्टिलरी और टैंक की संख्या बढ़ाई है, तो वहीं भारत की सेना भी पूरी तरह से तैयार है और तैनाती मजबूत कर दी है. भारत ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए चीन से सटी 3.488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी उच्च प्रशिक्षित माउंटेन फोर्स की भी तैनात कर दी है. यह बटालियन ऊंचाई पर सामरिक लिहाज से चुनौतीपूर्ण स्थितियों के अनुरूप प्रशिक्षित की गई है.
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भारत ने मिग-29 और अपाचे किए आगे
इधर सैन्य सूत्रों से पता चला है कि लेह में भारत के मिग-29 (Mig-29) और अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर (Apache) तैनात करने के बाद चीन ने भी लद्दाख से सटे अपने दो एयरबेस होटान, नग्यारी, शिगात्से (Sikkim) और नयिंगची (Arunachal Pradesh) में बडे़ पैमाने पर लड़ाकू जेट, बमवर्षक विमान और हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए हैं. यही नहीं, चीन की सेना ने पेंगांग सो झील पर फिंगर 4 के आगे भारतीय सैनिकों को गश्त से रोकने के लिए अपनी आक्रामक कार्रवाई और निगरानी को बढ़ा दिया है.
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चीन ने तैनात किए लड़ाकू विमान
द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने भारत से लगी अपनी पूरी सीमा पर स्थित हवाई ठिकानों होटान, नग्यारी, शिगात्से और नयिंगची में अतिरिक्त फाइटर जेट, बॉम्बर और लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है. पीएलए ने अरुणाचल की सीमा पर भी अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है. पेंगांग सो झील पर जहां चीन की सेना एलएसी को बदलना चाहती है, वहीं चीनी सेना ने गोगरा हॉट स्प्रिंग में भी बड़े पैमाने पर सैनिकों और हथियार तैनात किए हैं.
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भारतीय इलाकों पर बढ़ा खतरा
चीन की ताजा हरकत से भारत के देपसांग, मुर्गो, गलवान, हॉट स्प्रिंग, कोयूल, फूकचे और देमचोक को खतरा का काफी बढ़ गया है. भारत ने भी चीन की इस चुनौती से निपटने के लिए अपनी तैयारी काफी बढ़ा दी है. गौरतलब है कि पिछले दिनों वायु सेना प्रमुख (IAF) आर के एस भदौरिया ने गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीन से बढ़े तनाव के बीच तैयारियों का जायजा लेने के लिए लेह और श्रीनगर का दो दिवसीय दौरा किया था. इस बीच सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों ही सेनाओं के बीच आज बैठक हो रही है. इससे पहले 6 जून को इसी तरह की बैठक हुई थी.
HIGHLIGHTS
- LAC पर महज कुछ मीटर की दूरी पर भारत-चीन (India-China) सेना के हजार-हजार सैनिक तैनात.
- भारत ने अपने एयरबेस पर मिग-29 और अपाचे हेलीकॉप्टर भी तैनात किए. साथ में अन्य उपकरण.
- चीन की ओर से भी लड़ाकू विमानों समेत आर्टिलरी और टैंक मूवमेंट एलएसी पर बढ़ाया गया.