गृह मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट के हैक हो जाने की खबर का खंडन किया गया है। मंत्रालय का कहना है कि वेबसाइट हैक नहीं हुई है, बल्कि उसे मरम्मत कार्य के लिए बंद किया गया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "यह हैक नहीं है। साइट पर काम चल रहा है, इसलिए यह बंद है।"
बता दें कि रविवार को एक एंजेसी के अनुसार गृह मंत्रालय की वेबसाइट को हैक कर लिया गया था। जिसके बाद वेबसाइट को अस्थायी तौर पर गृह मंत्रालय द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है। वेबसाइट हैक होने के बाद कई संवेदनशील जानकारियों के लीक हो जाने का भी खतरा है।
गृह मंत्रालय की वेबसाइट www.mha.nic.in को खोलने पर 'This site can't be reached' का इरर आ रहा है। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह कोई साइबर अटैक है या तकनीकी खराबी।
इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि अधिकारी इसपर लगातार काम कर रहे हैं और तत्काल वेबसाइट को बंद कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पिछले साल गृह मंत्रालय ने ही साइबर सुरक्षा को लेकर संसद में एक आंकड़ा जारी कर इसपर चिंता जताई थी। बीते तीन सालों में 2016 में हैकरों के सबसे ज्यादा निशाने पर सरकारी वेबसाइट ही रहे हैं।
अगर सरकारी वेबसाइट की हैकिंग के आंकडों को देखें तो 2013 में केंद सरकार और राज्य सरकार के 189 वेबसाइट को हैकरों ने हैक किया था जबकि साल 2014 में ये आकंड़ा 165 था। साल 2015 में सरकार की 164 वेबसाइट को हैकरों ने अपना निशाना बनाया था। वहीं साल 2016 में ये आंकड़ा बढ़कर 199 तक पहुंच गया था।
IANS के इनपुट के साथ