नए ऊर्जा सचिव सुभाष चंद्र गर्ग (Subhash Chandra Garg) ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (voluntary retirement) के लिए आवेदन किया है. नियमों के मुताबिक गर्ग को आवेदन स्वीकार होने तक या फिर तीन महीने का नोटिस पीरियड पूरा करना पड़ेगा.
बता दें कि नौकरशाही में बड़ा फेरबदल करते हुए केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग का तबादला ऊर्जा मंत्रालय में कर दिया था. वहीं, निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के वर्तमान सचिव अतानु चक्रवर्ती आर्थिक मामलों के विभाग के नए सचिव होंगे.
Yesterday, he was appointed as Secretary, Ministry of Power. He earlier held the post of Secretary, Department of Economic Affairs, Ministry of Finance. https://t.co/m1A37ZAsV5
— ANI (@ANI) July 25, 2019
नौकरशाही में किया गया फेरबदल तत्काल प्रभाव से लागू होगा. गर्ग आर्थिक मामलों के विभाग के भी सचिव थे. आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, वह अब अजय कुमार भल्ला की जगह ऊर्जा सचिव के तौर पर कार्यभार संभालेंगे. भल्ला को गृह मंत्रालय में ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) नियुक्त किया गया है.
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सुभाष चंद्र गर्ग के ट्रांसफर को निर्वासन के तौर पर देखा जा रहा था
इस फेरबदल को गर्ग के लिए निर्वासन के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वित्त सचिव का पद नौकरशाही में बेहद प्रतिष्ठित माना जाता है और आमतौर पर यह पद मंत्रालय में सबसे वरिष्ठ अधिकारी को दिया जाता है. हालांकि यह कोई आश्चर्यजनक कदम नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार ने कोई पहली बार ऐसे फेरबदल नहीं किए हैं.
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पहली बार 2014 में मोदी के सत्ता में आने पर सरकार ने तत्कालीन वित्त सचिव अरविंद मायाराम का तबादला पर्यटन विभाग में कर दिया था. गर्ग के वित्त मंत्रालय से तबादले के बाद सरकार अब वर्तमान राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय और वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार में से किसी एक का चयन वित्त सचिव पद के लिए कर सकती है.