अयोध्या में मस्जिद बनने पर भी मुस्लिम नहीं पढ़ सकेंगे नमाज: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग चीफ गयूरुल हसन रिजवी

उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर बन जाने से शांति स्थापित होने का तर्क देते हुए कहा कि अगर अयोध्या में मस्जिद बन भी जाती है तो वहां नमाज नहीं पढ़ी जा सकेगी.

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vineet kumar1
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अयोध्या में मस्जिद बनने पर भी मुस्लिम नहीं पढ़ सकेंगे नमाज: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग चीफ गयूरुल हसन रिजवी

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (National Minority Commission) के मुखिया गयूरुल हसन रिजवी

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अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को लेकर देश भर में बढ़ते शोर के बीच राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (National Minority Commission) के मुखिया गयूरुल हसन रिजवी ने भी इसको बनाने को लेकर अपना समर्थन दिया है. रिजवी ने राम मंदिर निर्माण का समर्थन करते हुए कहा कि कई सारे मुस्लिम संगठन अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के पक्ष में हैं.

उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर बन जाने से शांति स्थापित होने का तर्क देते हुए कहा कि अगर अयोध्या में मस्जिद बन भी जाती है तो वहां नमाज नहीं पढ़ी जा सकेगी.

रिजवी ने कहा, 'हम 14 नवंबर को एक मीटिंग कर रहे हैं. कई मुस्लिम संगठन, जिन्होंने मुझसे मुलाकात की, सब अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के पक्ष में हैं क्योंकि अगर वहां मस्जिद बन भी जाती है तो वहां नमाज अदा नहीं की जा सकेगी. राम मंदिर बनने से वहां शांति स्थापित होगी.'

गौरतलब है कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में हिंदू महासभा की जल्द सुनवाई करने की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को ठुकरा दिया. जिसके बाद RSS समेत तमाम हिंदूवादी संगठन राम मंदिर निर्माण की मुहिम को तेज करने में जुट गए हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग को ठुकराते हुए कहा कि वह इस मामले में पहले ही अपना रुख साफ कर चुका है. सुनवाई के लिए पहले ही तारीख दी जा चुकी है. अखिल भारतीय हिंदू महासभा की तरफ से वकील वरुण सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी.

Supreme Court ram-mandir National Commission for Minorities Ghayorul Hasan Rizvi
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