जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में लापता छात्र नजीब अहमद को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है। आंदोलकारी छात्रों ने देर रात कुलपति जगदेश कुमार और अन्य दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशासनिक भवन में बंधक बना लिया। जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन और केंद्र सरकार ने कड़ा रूख अख्तियार किया है।
न्यूज स्टेट से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कुलपति ने कहा कि अभी तक पुलिस को नहीं बुलाया गया है पर अगर उन्हें काम करने से रोका गया तो पुलिस बुलाने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचेगा।
उन्होंने कहा कि हम लापता छात्र को खोजने में जुटे हैं। हमने पुलिस से मदद मांगी है। हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। लेकिन छात्रों ने गलत तरीके से अधिकारियों का घेराव किया।
जगदेश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, हमें 21 घंटे से गैरकानूनी तरीके से बंधक बनाया गया है, छात्रों को समझाने की कोशिश की जा रही है। 2.30 बजे विश्वविद्यालय की एक बैठक होगी।' जगदेश ने कहा, 'हमने छात्रों से बातचीत की। पुलिस संपर्क किया। जांच के आदेश दिए। पूरी बात हमने छात्रों को बताई है। फिर भी छात्रों ने इस तरह का काम किया है।'
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जेएनयू में आंदोलनकारी छात्रों ने बुधवार रात कुलपति और अन्य अधिकारियों को प्रशासनिक भवन में बंद कर दिया था। छात्र के गायब होने के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार वर्मा से बात की है। इस मामले में सीपी ने उन्हें ताजा घटनाक्रम की जानकारी दी।
जेएनयू में छात्रों के घेराव पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा, 'अधिकारियों को बंधक बनाया जाना गलत है। कुछ छात्र जेएनयू में पढ़ने नहीं, राजनीति करने आते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों को कानून से मतलब नहीं है।'
HIGHLIGHTS
- JNU विवाद पर सख्त हुई केंद्र सरकार
- कुछ छात्र जेएनयू में पढ़ने नहीं, राजनीति करने आते हैं: किरण रिजिजू
- 21 घंटे तक गैरकानूनी तरीके से बंधक बनाया गया: जेएनयू वीसी
Source : News Nation Bureau