यौन उत्पीड़न के आरोप से चौतरफा घिरे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने इस पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ऐसे समय ये मामले उठाने पर सवाल उठाये हैं, जब देश आम चुनाव के करीब है. उन्होंने कहा, क्या यह किसी खास एजेंडे के तहत किया जा रहा है. इस तरह के झूठे और आधारहीन आरोप मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में ठोस क़ानूनी कदम उठाएंगे.
Why has this storm risen a few months before a general election? Is there an agenda? You be the judge. These false, baseless and wild allegations have caused irreparable damage to my reputation and goodwill: #MJAkbar (file pic) pic.twitter.com/nMfx58QUjg
— ANI (@ANI) October 14, 2018
उन्होंने कहा, ''बिना सबूत के लगाए गए आरोप समाज के कुछ हिस्सों में वायरल किये जा रहे हैं. जो भी हो, अब मैं देश लौट आया हूं. मेरे वकील इन बेबुनियाद आरोपों का अध्ययन कर रहे हैं. इसके बाद क़ानूनी कार्रवाई करेंगे. प्रिया रमानी और वहाब जिस समय की बात कर रहे हैं, उसके बाद भी वे मेरे साथ काम करते रहे. इससे साफ है कि उन्हें वहां काम करने में कोई परेशानी नहीं थी. अगर उन्हें कोई दिक्कत थी तो इस मामले को उजागर करने में उन्होंने दशकों क्यों लगा दिए?''
उन्होंने यह भी कहा, ''वहाब के साथ मैंने केवल द एशियन एज में काम किया, जहां सम्पादकीय विभाग के लोग एक छोटे से हॉल में काम करते थे. उस समय मेरी बहुत छोटी केबिन थी, जिसपर प्लाईवुड और ग्लास चढ़ा हुआ था. गजाला वहाब द्वारा लगाए गए आरोप मेरी रेपुटेशन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है. वो 21 साल पहले की बात कर रही हैं, जबकि पिछले 16 साल से मैं सार्वजानिक जीवन में हूं.''
इससे पहले यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर भारत वापस लौट आए हैं. एयरपोर्ट से निकलते ही पत्रकारों के सवालों पर अकबर ने कहा कि इस मामले पर बाद में बयान जारी किया जाएगा. इस दौरान उनसे इस्तीफे के बारे में भी पूछा गया लेकिन इसपर उन्होंने कुछ नहीं कहा.
वहीं सूत्र बता रहे हैं कि एमजे अकबर ने भारत लौटने के बाद पत्र लिखकर अपना पक्ष पीएमओ के सामने रखा है, जिस पर सरकार जल्द फैसला लेगी.
बता दें अपने समय के मशहूर संपादक और वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर अब तक 9 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उनपर पर यौन शोषण के ये आरोप संपादक रहते हुए लगाए गए हैं. प्रिया रमानी और प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की दो महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
वहीं, प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की महिला पत्रकार का कहना है कि उनके साथ हुई घटना 17 साल पुरानी है. अकबर उनसे अश्लील टिप्पणियां किया करते थे और उनका जीना मुश्किल कर दिया था. वह इतने सालों तक इसलिए चुप रहीं क्योंकि उनके पास सबूत नहीं थे.