महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray ) ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की. राज ठाकरे ने 10 जनपथ पर जाकर मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक बैठक में दोनों नेताओं ने महाराष्ट्र चुनावों के मुद्दे पर लेकर चर्चा की. दोनों के बीच मुलाकात का दौर 40 मिनट तक चली. मीडिया की मानें तो ईवीएम को लेकर भी राज ठाकरे और सोनिया गांधी के बातचीत हुई.
Delhi: Maharashtra Navnirman Sena(MNS) Chief Raj Thackeray met UPA Chairperson Sonia Gandhi today pic.twitter.com/k8IpgPAX8u
— ANI (@ANI) July 8, 2019
राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे राज ठाकरे ने चुनाव आयोग के दरवाजे पर दस्तक दी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा और आयोग के अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर उन्होंने मांग की कि राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनावों में मतदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाय मतपत्र का इस्तेमाल किया जाए. उन्होंने मीडिया से कहा, 'बैलेट की बात करने पर चुनाव आयोग के अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं देखकर मैं यह कह सकता हूं कि वे इस गंभीर मुद्दे पर उदासीन लगे.
मनसे प्रमुख ने तंज कसते हुए कहा, 'हां, अगर मैच पहले से फिक्स है, तब तैयारियों की क्या जरूरत है.
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उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों से ईवीएम पर सवाल उठाए जाते रहे हैं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) खुद 2014 से पहले तक ईवीएम के खिलाफ थी, उनके नेता इस मामले में अदालत तक गए थे. अब अचानक ऐसा क्या हो गया कि उन्होंने इस बारे में बात तक करनी बंद कर दी है.
बता दें कि अक्टूबर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में विपक्षी दल बीजेपी और शिवसेना गठबंधन का मुकाबला करने के लिए एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस और एनसीपी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को विपक्षी खेमे में शामिल करने की कोशिश में लगे हुए हैं. लेकिन आक्रामक अभियान चलाने वाले राज ठाकरे फिलहाल अपने विकल्पों का खुलासा नहीं कर रहे हैं.
शरद पवार ने पिछले सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से नई दिल्ली में मुलाकात की थी. इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों पार्टियों का आपस में विलय हो जाएगा, लेकिन राकांपा (एनसीपी) ने इसे अफवाह बताया.
बीजेपी-शिवसेना ने शुरू की तैयारी
इधर, भाजपा-सेना ने विपक्ष को आगे भी पटखनी देने के लिए विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है.
चूंकि सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्याकाल में मंत्रिमंडल में सिर्फ एक मंत्री पद मिलने और पुराना विभाग (भारी उद्योग) देने से कथित तौर पर नाराज हैं, लिहाजा भाजपा इसकी भरपाई राज्य स्तर पर करने की योजना बना रही है.
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शिवसेना को और मिल सकती है जगह
ठाकरे-फडणवीस के बीच महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर चर्चा चल रही है, और इसमें सेना से कुछ और मंत्री शामिल किए जा सकते हैं, ताकि दोनों चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर उतर सकें.
फडणवीस ने पूरे आत्मविश्वास के साथ घोषणा भी की है कि भाजपा-सेना गठबंधन राज्य विधानसभा की 288 सीटों में से 220 पर जीत हासिल करेगा.