केंद्रीय कैबिनेट ने सभी को सस्ता इलाज देने के लिए नेशनल हेल्थ पॉलिसी को बुधवार को मंजूरी दी। सरकार का कहना है कि नेशनल हेल्थ पॉलिसी की मंजूरी के बाद देश में सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा गुरुवार को संसद में बयान दे सकते हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो साल से पेंडिंग नेशनल हेल्थ पॉलिसी को मंजूरी दी।'
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, 'नेशनल हेल्थ पॉलिसी को लेकर उठाया गया यह कदम ऐतिहासिक है। इससे कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के क्षेत्र में बदलाव आएंगे।'
उदाहरण के तौर पर, 'प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अभी तक सिर्फ टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की जांच जैसी सुविदाएं थी। लेकिन नई पॉलिसी में असंक्रमणित बीमारी और अन्य पहलूओं को सामिल किया गया है।' सूत्र का कहना है कि नई नीतियों के तहत जो जिला अस्पताल हैं उनको और आधुनिक बनाया जाएगा।
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नेशनल हेल्थ पॉलिसी का उद्देश्य है कि कोई भी अस्पताल किसी का इलाज करने से मना नहीं करे। वहीं, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का इलाज बेहतर ढ़ंग से अस्पतालों में मुफ्त हो। इसमें जांच, दवा और इलाज भी शामिल है।
नेशनल हेल्थ पॉलिसी में हेल्थ सेक्टर में 100 फीसदी एफडीआई और डायरेक्ट टैक्स को कम करने का भी है।
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HIGHLIGHTS
- सूत्रों के हवाले से खबर, केंद्रीय कैबिनेट ने नेशनल हेल्थ पॉलिसी को दी मंजूरी
- दो सालों से पेंडिंग था नेशनल हेल्थ पॉलिसी, सभी को सस्ता इलाज देना है उद्देश्य
- गरीबी रेखा से नीचे लोगों को मिलेगा मुफ्त इलाज, सस्ती दवाएं भी मिलेगा
Source : News Nation Bureau