केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही मोदी कैबिनेट में फेरबदल होने की संभावना है, कई नामों को कैबिनेट में शामिल किए जाने चर्चाएं हैं. इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के यहां से कुछ सांसदों को फोन गया और उनसे कहा गया है कि वह दिल्ली पहुंचकर मुलाकात करें. नड्डा के फोन कॉल के बाद कई नेताओं ने दिल्ली की ओर दौड़ लगा दी है. अभी जेपी नड्डा खुद इस वक्त अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में हैं, जो दोपहर बाद दिल्ली लौट रहे हैं.
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इन नेताओं को गया नड्डा का फोन
बीजेपी सांसद नारायण राणे और सर्वदानंद सोनेवाल दिल्ली पहुंच रहे हैं. केंद्रीय कैबिनेट विस्तार को लेकर महाराष्ट्र से नारायण राणे, कपिल पाटिल, डॉ भागवत कराड, रणजीत सिंह निंबालकर के नाम की चर्चा है. सूत्रों के मुताबिक, इन्हें बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दफ्तर से फोन आया है. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आज दोपहर 3.30 बजे की फ्लाइट से इंदौर से दिल्ली रवाना होंगे. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी दिल्ली रवाना हो चुके हैं. पशुपति पारस कल रात ही दिल्ली पहुंच गए हैं.
कैबिनेट में इन्हें मिल सकती है जगह
ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनोवाल, सुशील मोदी या संजय जयसवाल, वरुण गांधी, दिलीप घोष, मीनाक्षी लेखी, लद्दाख़ के सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल, भूपेंद्र यादव, विनय सहस्त्रबुद्द्हे, बिजयंत पांडा जैसे अनेक बीजेपी नेताओं की चर्चा चल रही है. इनके अलावा अपना दल की अनुप्रिया पटेल और बीजेपी के दूसरे सहयोगी प्रवीण निषाद और जदयू के नेताओं के भी सरकार में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है.
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कुछ मंत्रियों के भार को कम किया जा सकता है
सूत्र बताते हैं कि कुछ मंत्रियों के पास जरूरत से ज्यादा मंत्रालय हैं, उनके भार को भी कम किया जाएगा. मसलन रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, प्रकाश जवाडेकर, नरेंद्र सिंह तोमर जैसे मंत्रियों के पास कई विभाग है, जिसको कम किया जाएगा. क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण को भी संतुलित किया जाएगा. साथ ही उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले चुनाव का भी असर मंत्रिमंडल विस्तार में दिखेगा.
कैबिनेट विस्तार के लिए 7 और 8 जुलाई की तारीख
पहले 4 जुलाई को कैबिनेट विस्तार की चर्चा थी, लेकिन उत्तराखंड के परिवर्तन और शपथ ग्रहण की वजह से ये टल गया था. लेकिन अब केंद्र के कैबिनेट विस्तार के लिए 7 और 8 जुलाई की तारीख बताई जा रही है. वैसे भी 19 जुलाई से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र से पहले अगर मोदी, सरकार का विस्तार करना चाहते हैं तो फिर 7 या 7 तारीख मुफीद है. मंत्री बनने वाले संभावित नेता भी दिल्ली में डटे हैं और शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहे हैं.