देश में कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है. अबतक 16 राज्यों में 300 के करीब ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. इस बीच ओमिक्रॉन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने राज्यों की तैयारी की समीक्षा की. इस दौरान केंद्र सरकार ने राज्यों को जिलों में डबलिंग रेट, पॉजिटिव केस और क्लस्टर पर पैनी नजर रखने को कहा है. राज्यों को ओमिक्रॉन से सतर्क रहने और सभी सावधानियों का पालन करने की सलाह दी गई है.
राज्यों को आने वाले पर्व-त्योहारों पर स्थानीय स्तर पर रोक लगाने के लिए कहा गया है. साथ ही राज्यों से यह भी कहा गया है कि कोरोना टीकाकरण मरीज की गंभीर स्थिति हो या ओमिक्रॉन से अस्पताल में भर्ती होने से रक्षा कर सकता है. केंद्र ने राज्यों को घर-घर वैक्सीनेशन कराने के लिए कहा है.
जानें राज्यों को कौन-कौन से स्टेप अपनाने हैं
- खासकर आने वाले त्योहारों के मद्देनजर नाइट कर्फ्यू लगाएं और जमावड़ों पर रोक लगाई जाए. कोविड के बढ़ने केस पर कंटेनमेंट और बफर जोन का भी निर्धारण हो.
- टेस्टिंग और सर्विलांस पर विशेष फोकस किया जाए. स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की गाइडलाइन के अनुसार, कोरोना की जांच कराई जाए, डोर टू डोर केस सर्च और RTPCR जांच की संख्या बढ़ाई जाए.
- अस्पतालों में बेड, एंबुलेंस और स्वास्थ्य संबंधित उपकरण बढ़ाया जाएं. साथ ही ऑक्सीजन का बफर स्टॉक भी बनाया जाए. हॉस्पिटलों में करीब 30 दिन की दवाओं के स्टॉक रखे जाएं.
- ओमिक्रॉन और कोरोना वायरस को लेकर लोगों को लगातार जानकारी दी जाए, ताकि अफवाह न फैले, राज्यों को प्रतिदिन प्रेस ब्रीफिंग करनी चाहिए.
- राज्य 100 प्रतिशत कोरोना वैक्सीनेशन पर फोकस करें. सभी युवाओं को कोरोना के दोनों डोज सुनिश्चित करने को डोर टू डोर अभियान चलाया जाए.
Source : News Nation Bureau