पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक संघर्ष के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सैकड़ों चीनी एप प्रतिबंधित कर दिए थे. अब इस कड़ी में केंद्र सरकार ने 50 और स्मार्टफोन एप्स पर और से बैन लगा दिया है. सरकार को अंदेशा है कि प्रतिबंध किए गए चीनी मूल के हो सकते हैं. हालांकि अभी तक सरकार की ओर से इन प्रतिबंधित एप्स की कोई आधिकारिक सूची जारी नहीं की है, लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सरकार से जुड़े सूत्रों के हवाले से चीनी एप प्रतिबंधित करने जानकारी दी गई है. इससे पहले साल 2020 में कुल 270 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद 2022 में सरकार द्वारा बैन किए गए एप्स की ये पहली कार्रवाई है.
आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
बताया जा रहा है कि गरेना फ्री फायर नाम के एक पॉपुलर स्मार्टफोन गेम को पहले ही गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर से गायब हो गया था. ऐसे में लग रहा है कि ये गेम भारत में प्रतिबंधित एप्स की नई लिस्ट में शामिल हो सकता है. गौर करने वाली बात यह है कि अभी भी गेम के डिस्ट्रीब्यूटर गरेना इंटरनेशनल से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं. इसके अलावा अभी तक एप्पल और गूगल ने गेम के गायब होने से संबंधित कोई बयान जारी नहीं किया है.
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बैन लिस्ट में हुए 320 एप्स!
बैन हुई एप्स की पूरी लिस्ट के बारे में अभी बहुत कम आधिकारिक जानकारी सामने आई है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित एप्स की नई सूची में ज्यादातर उन एप्स के क्लोन शामिल हैं जो 2020 से भारत में पहले से ही प्रतिबंधित थे. 50 और प्रतिबंधित एप्स के साथ मोदी सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए गए कुल एप्स की सूची लगभग 320 तक पहुंच सकती है. इसके पहले मोदी सरकार ने इससे पहले टिकटॉक और पबजी मोबाइल समेत कई पॉपुलर एप को बैन कर दिया था.
HIGHLIGHTS
- 2020 में कुल 270 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाया था
- 2022 पर एप प्रतिबंधित करने की पहली कार्रवाई
- फिलहाल आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया