कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में देश के गरीब तबके को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. स्थिति को देखते हुए मोदी सरकार ने बड़े राहत पैकेज का ऐलना किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों के लिए 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों की मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए कैश ट्रांसफर भी किए जाएंगे. इसके अलावा कोरोना वारियर्स के लिए मेडिकल इंश्योरेंस उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही गरीबों को अन्न और धन दोनों की मदद दी जाएगी.
मनरेगा की मजदूरी बढ़ाकर 202 रुपये करने का फैसला
मोदी सरकार ने मनरेगा के माध्यम से अपने परिवार को भरण पोषण करने वालों को भी बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल मोदी सरकार ने मनरेगा की मजदूरी को भी बढ़ाने का फैसला लिया है इसके तहत मनरेगा की मजदूरी को 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये करने का फैसला लिया गया है. मनरेगा की किस्त से 5 करोड़ परिवालों को फायदा मिलेगा और करीब 2000 रुपये की उनकी आय में वृद्धि होगी. इसके अलावा DBT से दिव्यांगो और बुजुर्गों की मदद की जाएगी. गरीब बुजुर्गों को 1 हजार रुपये की मदद दी जाएगी. सरकार बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को 1000 रुपये अतिरिक्त देगी. इस पहल का फायदा लगभग 3 करोड़ लोगों को होगा.
मोदी सरकार ने पिछले 48 घंटे में किए महत्वपूर्ण घोषणाएं
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में आम लोगों को राहत देने के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं. मोदी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को बेहद कम कीमत पर अनाज देने का निर्णय लिया है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि मोदी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को 27 रुपये किलोग्राम वाले गेहूं को सिर्फ 2 रुपये और 37 रुपये किलो वाले चावल को महज 3 रुपये में देने का निर्णय लिया गया है.
Source : News Nation Bureau