देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को देखते हुए अब भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दोनों ने ही इस कानून के बाबत जागरूक फैलाने के लिए अभियान छेड़ दिया है. भाजपा एक ओर देशभर में रैली और कार्यक्रम कर रही है, तो दूसरी तरफ पत्रक प्रकाशित कराकर हर राज्य में बंटवाने की तैयारी है, ताकि नागरिकता कानून के बारे में भ्रम दूर किया जा सके. संघ और भाजपा के आनुषांगिक संगठन नए नागरिकता कानून के मसले पर जागरूकता अभियान चला रहे हैं. इसी सिलसिले में भाजपा ने पत्रक प्रकाशित करवाया है जो जनता के बीच, खासकर अल्पसंख्यक वर्ग के बीच बांटा जाएगा.
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32 पन्नों की है पुस्तिका
गौरतलब है कि इस पत्रक को संघ की बैठक में अनुमोदित किया गया है. पत्रक भाजपा की आनुषांगिक संगठन श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन ने प्रकाशित किया है. 32 पृष्ठों के पत्रक (पुस्तिका) में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तव्य को प्रमुखता दी गई है. सात खंडों में प्रकाशित इस पत्रक में नागरिकता कानून के प्रावधानों और विभिन्न नेताओं के व्यक्तव्यों को जगह दी गई है. साथ ही सन् 1947 में नागरिकता को लेकर महात्मा गांधी के दिए बयान को भी प्रमुखता से छापा गया है, जिसमें गांधी ने कहा था कि 'जो लोग पाकिस्तान से भगाए गए हैं, भारत उनका अपना घर है.'
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बड़े कांग्रेसी नेताओं के बयान
पत्रक में नागरिकता को लेकर कांग्रेस नेता पट्टाभि सीतारमैया, जे.वी. कृपलानी, जवाहरलाल नेहरू, अब्दुल कलाम आजाद, इंदिरा गांधी और इंद्र कुमार गुजराल जैसे बड़े नेताओं के दिए बयानों को भी जगह दी गई है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन भाजपा के मुख्यपत्र 'कमल संदेश' का प्रकाशन और अनुमोदन करता है. सूत्रों के मुताबिक, पत्रक की प्रतियां सभी राज्यों में भेजी जाएंगी. पहले चरण में लगभग 1 करोड़ पत्रक प्रकशित किए जाने की योजना है.
HIGHLIGHTS
- नागरिकता कानून के बारे में भ्रम दूर करने की मोदी सरकार की बड़ी पहल.
- 32 पृष्ठों की पुस्तिका में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी को प्रमुखता.
- सात खंडों में प्रकाशित पत्रक में नागरिकता कानून के प्रावधानों और विभिन्न नेताओं के व्यक्तव्य.
Source : IANS