आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पंजाब में धान खरीद 1 अक्तूबर के बजाय 11 अक्तूबर से शुरू करने के फैंसले की सख्त आलोचना की है.. साथ ही इसे मोदी सरकार का ‘तुगलकी फरमान’करार दिया है.. पार्टी ने मांग की है कि केंद्र सरकार अपना फैसला वापस ले और धान की खरीद तुरंत शुरू कराई जाए. पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में आम आदमा पार्टी के नेता कुलतार सिंह संधवा ने कहा केन्द्र में बैठी बीजेपी की सरकार किसान विरोधी है. किसान करीब 9 माह सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन सरकार के सिर पर जूं नहीं रेंगी. सरकार ने किसानों पर तीनों काले कानून थोप दिए हैं. आने वाले चुनाव में किसान बीजेपी को वोट की चोट से जवाब देंगे..
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में आप के विधायक और किसान विंग पंजाब के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने आरोप लगाया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार ने बिल्कुल मौके पर धान की खरीद रोककर पंजाब के किसानों से बदला लेने की साजिश की है..क्योंकि यहां के किसान ही मोदी सरकार के तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं.. उन्होंने कहा कि पंजाब की मंडियों में धान की आवक शुरू हो गई है और किसानों के लिए फसल को 10 दिन तक संभालना मुश्किल हो जाएगा. मंडियों में आई फसल को होने वाले नुकसान के लिए सरकार ही जिम्मेदार है.. क्योंकि फसल को मंडियों में लाने की तारीख 1 अक्तूबर सरकार ने ही तय की थी. कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि न तो केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार को किसानों की चिंता है.
संधवा ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए आप नेता ने कहा कि सरकार दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों से बदला लेने की ओछी राजनीति पर उतर आई है.. सरकार किसानों को भी परेशान कर रही है.. संधवां ने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है. उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाएं और पंजाब में धान की खरीद का आदेश लेकर ही वापस पंजाब लौटें..
HIGHLIGHTS
- आप ने की धान खरीद में देरी के लिए केंद्र सरकार के फैसले की सख्त आलोचना
- सरकार ने धान खरीद पर लिया गया फैंसला वापस लेने के लिए कहा
- कृषि कानूनों को करार दिया देश विरोधी
Source : News Nation Bureau