कर्ज में डूबी एयर इंडिया को लेकर केंद्र सरकार नया प्लान बनाने पर विचार कर रही है. नए प्लान के तहत मोदी सरकार सरकारी एयरलाइन कंपनी Air India की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसपर अंतिम फैसला लेना बाकि है जो मंत्रियों का एक पैनल लेगा.
गौरतलब है कि सरकार पिछले साल एयरलाइन को बेचने की कोशिश की गई है, लेकिन उस वक्त वो सफल नहीं हो पाई. हालांकि, मोदी सरकार ने पिछले साल इसकी बिक्री को होल्ड पर रखने का कारण कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता बताया था. एक बार फिर से इसे बेचने के लिए सरकार की तरफ से सक्रियता दिखाया जा रहा है.
और पढ़ें: World War II का 500 किलो अमेरिकी बम फिर से जर्मनी में मचाया हड़कंप, खाली कराया इलाका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीति आयोग ने एयर इंडिया की पूरी हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव दिया था. पिछले साल सरकार 74 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की थी, लेकिन नहीं बिकने की एक वजह यह भी था. जिसके बाद अब सरकार ने 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया है.
इसे भी पढ़ें:अखलाक की हत्या के बाद से अब तक जानें मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए
टाइम्स ऑफ इंडिया ने निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन (दीपम) के सचिव अतानु चक्रवर्ती से बातचीत की. इस बातचीत में अतानु चक्रवर्ती ने कहा, 'सरकार का मानना है कि अगर निवेशक कंपनी की पूरी हिस्सेदारी खरीदना चाहते हैं तो ठीक है. लेकिन मैं इस बारे में तभी बताऊंगा, जब इस पर फैसला ले लिया जाएगा. मेरा व्यक्तिगत तौर पर मानना है कि मैं इसमें सरकार की तरफ से कोई अड़चन नहीं देखता हूं.'
चक्रवर्ती ने कहा, 'हम अब इसे जल्द से जल्द अंजाम देना चाहते हैं और बहुत सारा पेपर वर्क कर लिया गया है.'
HIGHLIGHTS
- एयर इंडिया को बेचने की तैयारी में केंद्र सरकार
- 100 प्रतिशत एयरलाइन की बेच सकती है हिस्सेदारी
- मंत्रियों का एक पैनल लेगा अंतिम फैसला