रिजर्व बैंक ऑफ (RBI) द्वारा बुधवार को नोटबंदी के आंकड़े जारी करने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोगों को यह जानने का अधिकार है कि नोटबंदी से क्या हासिल हुआ इसलिए सरकार को इस पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, 'नोटबंदी की वजह से लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए। कई लोगों की मौत हुई व्यापार को नुकसान हुआ। लोगों को जानने का अधिकार है कि नोटबंदी के जरिए क्या हासिल हुआ। सरकार को इस पर एक श्वेत पत्र लाना चाहिए।'
केजरीवाल ने अपने एक पुराने वीडियो को रीट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'हमें यह समझ में नहीं आया कि 1000 के नोट बंद कर 2000 रुपये के नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद कैसे होगा या काला पैसा कैसे खत्म होगा। चारों तरफ अफरातफरी का माहौल हो गया।'
इससे पहले भी केजरीवाल ने 19 नवंबर 2016 को मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था, 'मौजूदा नोटबंदी 8 लाख करोड़ का घोटाला है। हर देशभक्त और ईमानदार इसका पूरी ताकत से विरोध कर रहा है। इसका समर्थन केवल बेईमान लोग कर रहे हैं।'
People suffered immensely due to demonetization. Many died. Business suffered. People have a rt to know - what was achieved thro demonetization? Govt shud come out wid a white paper on the same. https://t.co/q61fil4KgX
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 29, 2018
आरबीआई ने बुधवार को जारी अपनी 2017-18 की वार्षिक रिपोर्ट में बताया कि 8 नवंबर को बंद किए गए 500 और 1000 रुपये के 99.3 फीसदी नोट बैंकों में वापस आ गए हैं। जबकि केंद्र सरकार ने दावा किया था कि बड़ी मात्रा पर इससे काले धन पर लगाम लगी है।
आरबीआई ने कहा कि चलन से बाहर हुए 500 और 1,000 रुपये के प्रतिबंधित नोटों की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद पाया गया कि बैंक के पास वापस हुए कुल विमुद्रीकृत नोटों का मूल्य 15.3 लाख करोड़ रुपये है, जो आठ नवंबर, 2016 को कुल विमुद्रीकृत नोटों के मूल्य 15.4 लाख करोड़ रुपये का 99.3 फीसदी है।
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वार्षिक रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा, 'चलन से वापस हुए एसबीएन (विशिष्ट बैंक नोट) का कुल मूल्य 15,310.73 अरब रुपये है। आरबीआई ने कहा कि सत्यापन व समाधान के बाद आठ नवंबर, 2016 को एसबीएन (विशिष्ट बैंक नोट) का कुल मूल्य 15,417.93 अरब रुपये था।
आरबीआई ने कहा कि बीते वित्त वर्ष के आखिर में चलन में 18 करोड़ बैंक नोट पाए गए। वर्ष 2018 के मार्च महीने के आखिर में चनल में पाए गए बैंक नोट का मूल्य पिछले साल के मुकाबले 37.7 फीसदी बढ़कर 18,037 अरब रुपये हो गया।
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इसके अतिरिक्त आरबीआई की ओर से जून 2017 से लेकर जून 2018 के बीच यानी एक साल के दौरान जारी किए गए नोटों में करीब 27 फीसदी का इजाफा हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, 30 जून, 2017 को चलन में जो नोट थे, उनका मूल्य 15,063.31 अरब रुपये था, उसके बाद जो नोट जारी किए गए, उससे 30 जून, 2018 को कुल नोटों का मूल्य 26.93 फीसदी बढ़कर 19,119.60 अरब रुपये हो गया।
Source : News Nation Bureau