सरकार ने पशुवध के लिए मवेशियों के व्यापार पर प्रतिबंध लगाने के 26 मई के अपने आदेश में कोई बदलाव नहीं किया है। पहले ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी कि केंद्र सरकार अपने इस फैसले को वापस लेने पर विचार कर रही है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जलजीवों के लिए स्वास्थ्यकर दशाएं सुनिश्चित कराने के मद्देनजर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने शनिवार को मछली बाजार और मछलीशाला (अक्वेरियम) नियमन से संबंधित इस साल मई में बनाए गए नियमों को वापस ले लिया।
इन नियमों के अधीन देश में कहीं भी अक्वेरियम के लिए मछली बेचने वाली सभी दुकानों को पंजीकृत करवाना पड़ता था और मछली को स्वस्थ रखने के लिए कुछ मानकों का अनुपालन करना होता था।
इसे भी पढ़ेंः शाह के 'नमूने' शब्द पर मनमोहन सिंह का पलटवार, कहा पीएम से बोलने में कोई प्रतियोगिता नहीं
इस संबंध में विरोधपत्र मिलने के बाद सरकार ने मई के इससे जुड़े आदेश को वापस लेने के लिए नियमों में संशोधन किया है। इससे पहले गलती से यह खबर दी गई थी कि वध करने के लिए मवेशियों की बिक्री पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया है।
शनिवार को जारी आदेश में इस विवादित आदेश में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि मवेशियों की बिक्री से संबंधित आदेश की प्रस्तावित वापसी की प्रक्रिया में अभी कुछ समय लगेगा।
इसे भी पढ़ेंः पीएम मोदी के विजन और मनमोहन सिंह की आर्थिक नीतियों के मुरीद बराक ओबामा
HIGHLIGHTS
- पशुवध पर बैन जारी रखेगी मोदी सरकार
- पहले ऐसी रिपोर्ट आई थी कि सरकार बैन हटा सकती है
Source : News Nation Bureau