केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक हवाई अड्डों (Airports) के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश (Invest) किया है. नागर विमानन मंत्रालय ने सोमवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा है कि 2019 में उड़ान योजना के तहत अब तक 10 नये हवाई अड्डों से परिचालन शुरू किया गया. इस दौरान , 335 हवाई मार्गों पर उड़ान के लिये अनुमति दी गई जो 33 हवाई अड्डों को कवर करते हैं.
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हवाई अड्डों के उन्नयन पर 304.49 करोड़ रुपये खर्च किए गए
बयान में कहा गया है कि अप्रैल से नवंबर 2019 तक मौजूदा एवं नए हवाई अड्डों के उन्नयन पर 304.49 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. इसमें कहा गया है कि 2019 में 07 दिसंबर तक 10 हवाई अड्डों में परिचालन शुरू कर दिया गया , जिसमें से चार हवाई अड्डों (लीलाबाड़ी , बेलगाम , पंतनगर और दुर्गापुर) पर अपेक्षा से कम हवाई सेवाएं संचालित की जाती थीं और 6 पर कोई भी हवाई सेवाएं परिचालित नहीं की जाती थीं. इनमें कुल्लू , कलबुर्गी , कन्नर , दीमापुर , हिंडन और पिथौरागढ़ शामिल है.
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सरकार की उड़ान योजना को मिला अच्छा रिस्पॉन्स
मंत्रालय के मुताबिक , सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना - उड़ान - के तहत अब तक लगभग 34 लाख यात्रियों ने उड़ानें भरी हैं. इस दौरान जनवरी से अक्टूबर के बीच 134 हवाई मार्गों पर उड़ानें शुरू की गई। इस दौरान विभिन्न विमानन कंपनियों को 335 हवाई मार्गों पर उड़ानें शुरू करने की अनुमति दी गई जिनमें 33 हवाईअड्डे शामिल हैं. बेलगाम , प्रयागराज , किशनगढ़ , हुबली और झारसुगुड़ा हवाई अड्डे ‘ उड़ान ’ के तहत शुरू किये गये व्यस्ततम हवाईअड्डे हैं. सरकार ने कहा है कि इस साल मध्य अप्रैल में जेट एयरवेज के उड़ान बंद करने के बाद से विमानों का कुल बेड़ा 529 से बढ़कर 624 तक पहुंच चुका है.
Source : Bhasha