प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद लोकसभा में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने की घोषणा की. मोदी सरकार ने ट्रस्ट का नाम राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में घोषणा की कि हमने अयोध्या में राम मंदिर के विकास के लिए एक योजना तैयार की है. राम मंदिर निर्माण के लिए बने क्षेत्र को 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र' नाम दिया गया है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले को लेकर अपने फैसले में कहा था कि राम जन्मभूमि के विवादित भीतरी और बाहरी भूमि पर रामलला का स्वामित्व है. कोर्ट के आदेश में कहा गया था कि केंद्र और राज्य सरकार आपस में परामर्श करके सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन आवंटित करें. मुझे इस सदन और पूरे देश को ये बताते हुए खुशी हो रही है कि आज सुबह कैबिनेट की बैठक में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में अहम फैसले लिए गए.
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— ANI (@ANI) February 5, 2020
पीएम मोदी ने कहा हमने अयोध्या में राम मंदिर के विकास के लिए एक योजना बनाई है। एक ट्रस्ट बनाया गया है, इसे 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र' नाम दिया गया है.
PM Modi in Lok Sabha: We have readied a scheme for the development of Ram Temple in Ayodhya. A trust has been formed, it is called 'Sri Ram Janambhoomi Tirath Kshetra.' pic.twitter.com/LOWDqzvuLU
— ANI (@ANI) February 5, 2020
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पीएम मोदी ने लोक सभा में कहा कि आप चाहे हिंदू हों, मुस्लिम हों, सीख हों, ईसाई हों, बौद्ध हों, जैन हों या पारसी हों आप सभी एक ही परिवार का हिस्सा हैं. विकास सभी के लिए होता है. हमारी सरकार 'सबका साथ सबका विकास' के नारे के साथ आगे बढ़ रही है और ऐसी नीतियां बना रही है जिसमें सभी खुश हों.
PM Modi in Lok Sabha: In India, be it Hindu, Muslim, Sikh, Christian, Buddhist, Parsi or Jain, everyone is a part of one family. Development must take place for every member of the family. Our govt is moving forward with 'sabka sath sabka vikas' policy so that everyone is happy. pic.twitter.com/ggDLYS5Lrn
— ANI (@ANI) February 5, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर का फैसला आने के बाद लोगों ने भारत के लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में विश्वास दिखाया है.
PM Modi in Lok Sabha: After the verdict on the Ram Janmabhoomi issue came out, the people of India displayed remarkable faith in democratic processes and procedures. I salute the 130 crore people of India. https://t.co/36Ns4LKeQ5
— ANI (@ANI) February 5, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, राम मंदिर मेरे दिल के बेहद करीब है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र राम मंदिर निर्माण पर फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होगा. उन्होंने यह भी कहा-
67.3 एकड़ जमीन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दी जाएगी. वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दी जाएगी.
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पिछले साल 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद में राम मंदिर के पक्ष में फैसला देते हुए इसके लिए एक ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट बनाने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार को दी थी और इसके लिए तीन माह का समय दिया था. 9 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई मोहलत खत्म हो रही है.
राम मंदिर ट्रस्ट की भूमिका
- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के खर्च की पूरी निगरानी ट्रस्ट करेगा
- निर्माण को लेकर वित्तीय शक्तियां ट्रस्ट के पास होंगी
राम मंदिर ट्रस्ट की चुनौतियां
- राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर सदस्यों के बीच तालमेल बिठाना
- सदस्य बनाने को लेकर मतभेद को दूर करना
- राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल होने के दावेदारों की लंबी लिस्ट
Source : News Nation Bureau