पी चिदंबरम ने पीएम मोदी के आर्थिक मजबूती वाले दावे पर निशाना साधते हुए कहा कि इसकी नींव राजीव गांधी के कार्यकाल में ही पड़ गई थी और मनमोहन सिंह के समय इसे तेज़ी मिली।
उन्होंने कहा, 'आज जो देश में आर्थिक विकास दिख रहा है उस उदारीकरण की शुरुआत 1990 में राजीव गांधी के कार्यकाल में ही हो गया था। बाद में मनमोहन सिंह के कार्यकाल में इसे गति मिली। अब बीजेपी और एनडीए भले ही इनकार करे लेकिन रिकॉर्ड सच कहता है।'
चिदंबरम ने मोदी सराकर को ग़रीबी दूर करने में विफल करार देते हुए कहा, 'मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए यूपीए सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यही थी कि उन्होंने 14 करोड़ लोगों को ग़रीबी रेखा से बाहर निकाला। बीजेपी सरकार ने एक बार फिर से उन सभी लोगों को ग़रीबी में धकेल दिया। इस मोर्चे पर मोदी सराकर ने देश के लोगों को सबसे अधिक क्षति पहुंचाई है।'
आगे उन्होंने नोटबंदी के दौरान बैंक में जमा हुए पुराने नोट की गिनती को लेकर आरबीआई पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं आरबीआई अधिकारी से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने तिरुपति के हुंडी कलेक्टर से संपर्क क्यों नहीं किया। क्योंकि वह आपसे बहुत तेज़ी से नोट गिनते हैं।'
बता दें कि तिरुपति मंदिर परिसर के चारों ओर, बड़े-बड़े दान बक्से रखे गए हैं, जिन्हें हुंडी कहा जाता है।
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Source : News Nation Bureau