कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें संसद में इसलिए नहीं बोलने दिया जाता है क्योंकि उनके खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'व्यक्तिगत भ्रष्टाचार' की सूचना है। वह भ्रष्टाचार के संबंध में संसद में बताएंगे। राहुल के इस आरोप के बाद कैबिनेट के कई मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सफाई देने उतरे।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'पूरे सत्र में राहुल गांधी के नाम से एक नोटिस तक नहीं है। वह यह कैसे कह सकते हैं कि उन्हें बोलने की इजाजत नहीं दी गई?' कुमार ने कहा कि यदि राहुल गांधी के पास कुछ ऐसा था जिसका खुलासा करने पर धरती हिल जाती तो वह 16 नवंबर को कर सकते थे।'
सिंह ने कहा कि कांग्रेस को सबसे पहले स्टिंग ऑपरेशन के बारे में बताना चाहिए जिसमें उसके नेताओं को अवैध तरीके से 500 और 1000 रुपये के बंद नोट को बदलने में संलिप्त दिखाया गया है।
केंद्रीय मंत्री का यह बयान एक टीवी चैनल द्वारा एक स्टिंग में यह खुलासा करने के बाद आई है जिसमें दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नेता कमीशन लेकर काला धन को सफेद करने में लगे हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री (एचआरडी) प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राहुल जब बोलते हैं, अपनी ही पार्टी को बेनकाब करते हैं। उन्होंने कहा, 'राहुलजी, हमलोग चाहते हैं कि आप लोकसभा में बोलें। उससे कांग्रेस बेनकाब होगी और हम लोगों को फायदा होगा।'
उन्होंने कहा, 'जब वे सत्ता में थे तो भ्रष्टाचार में लिप्त थे। भ्रष्टाचार के सभी मामले चाहे वह 2जी घोटाला हो, राष्ट्रमंडल घोटाला हो या कोयला घोटाला हो सभी उन्हीं के समय के ही हैं।'
जावड़ेकर ने संसद का कामकाज ठप करने को लेकर भी विपक्ष की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा 'आज (बुधवार) मल्लिकार्जुन खड़गे (लोकसभा में नेता विपक्ष) को सदन में बोलने को कहा गया लेकिन वह चुप रहे। वह चुप इसलिए हैं क्योंकि कांग्रेस बहस के लिए तैयार नहीं है।'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह लोकसभा में जानकारी देना चाहते थे, क्योंकि वह लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा, 'हमें लोकसभा में बोलने दें, हम हर चीज उजागर कर देंगे।'
राहुल लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा था कि संसद में चर्चा की अनुमति इसलिए नहीं दी जा रही, क्योंकि उनके पास जो 'जानकारी' है, उससे वे (सरकार) डरे हुए हैं। संवाददाता सम्मेलन में टीएमसी और एनसीपी समेत अन्य विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे।
और पढ़ें: बीजेपी का राहुल पर पलटवार, 'संसद में आकर बोलो कोई भूकंप नहीं आएगा'
दरअसल कांग्रेस, बीएसपी, एनसीपी, टीएमसी, एसपी, जेडीयू समेत कई दल नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं। जिसके कारण ससंद की कार्यवाही नहीं चल पा रही है। चार दिनों की छुट्टी के बाद बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया।
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। संसद का शीतकाली सत्र 16 दिसंबर तक चलेगा।
और पढ़ें: शीतकालीन सत्र के दौरान बर्बाद हुए 179 घंटे, केवल 20 फीसदी ही हुआ कामकाज
HIGHLIGHTS
- राहुल गांधी ने कहा, ''हमारे पास पीएम के 'व्यक्तिगत भ्रष्टाचार' की सूचना है''
- राहुल बोले, 'हमें लोकसभा में बोलने दें, हम हर चीज उजागर कर देंगे'
- बीजेपी का पलटवार, कहा- पूरे सत्र में राहुल के नाम से एक नोटिस तक नहीं है
Source : News Nation Bureau/IANS