रविवार को 18वीं लोकसभा में नई मंत्रिपरिषद में सात महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें दो कैबिनेट भूमिका में हैं. पिछली परिषद, जो 5 जून को भंग हो गई थी, में दस महिला मंत्री थीं, जिसमें से कई महिला सांसदों को परिषद से बाहर कर दिया गया है. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक शामिल हैं. वहीं दूसरी ओर नई महिला मंत्रियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, रक्षा खडसे, सावित्री ठाकुर और निमुबेन बंभानिया और अपना दल सांसद अनुप्रिया पटेल हैं.
सीतारमण और देवी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जबकि अन्य को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है.
कुछ महिला मंत्री हारीं.. तो कुछ को नहीं दिया टिकट
गौरतलब है कि, स्मृति ईरानी और भारती पवार क्रमशः अमेठी और डंडोरी में अपनी सीटें हार गए. जबकि, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक को भाजपा ने टिकट ही नहीं दिया.
वहीं देवी, करंदलाजे, खडसे, सहरावत और पटेल, जिन्होंने हाल ही में चुनाव जीता था, नई मंत्रिपरिषद में शामिल हो गए हैं.
2019 के मुकाबले कम हैं 2024 लोकसभा में महिला सांसद
इस साल लोकसभा चुनाव में कुल 74 महिलाओं ने जीत हासिल की, जो 2019 में निर्वाचित 78 से थोड़ी कम है.
मालूम हो कि, 2014 की मोदी सरकार में आठ महिला मंत्री थीं, जबकि दूसरे कार्यकाल में छह महिलाओं ने शपथ ली और 17वीं लोकसभा के अंत तक दस महिला मंत्री थीं.
Source : News Nation Bureau