कांग्रेस ने शनिवार को हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव अभियान के दौरान जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बारे में ही केवल उल्लेख किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि वे लोगों को बताएं कि किसने पाकिस्तान के दो भागों में बांटा था. पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा, 'जहां भी प्रधानमंत्री जाते हैं, वह केवल अनुच्छेद 370 (Article 370) को याद करते हैं. वह यह नहीं जानते कि किसने पाकिस्तान के टुकड़े किए और कब. वह हम थे जिसने पाकिस्तान को विभाजित किया..तब आप (मोदी) कहां थे?'
उन्होंने कहा, 'मोदी को हरियाणा के लोगों को अवश्य ही बताना चाहिए कि कांग्रेस की वजह से ही पाकिस्तान का विभाजन हुआ था. यह कांग्रेस के शासन में हुआ था. कांग्रेस की प्रशंसा कीजिए, लेकिन आपके पास ऐसा करने का साहस नहीं है.'
और पढ़ें:अयोध्या मामले में किस पक्षकार ने लिखित जवाब में क्या कहा, जानें यहां
कांग्रेस नेता ने पूछा कि मोदी के अधीन भाजपा सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 47 को लागू करने के लिए क्या किया, जो राज्य को पोषण के स्तर को बढ़ाने, जीवन स्तर को बढ़ाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ाने का निर्देश देता है.
सिब्बल ने कहा, 'आपको केवल अनुच्छेद 370 याद है, लेकिन आप संवैधानिक दायित्वों को अपने दिमाग में नहीं रखते. करीब 93 प्रतिशत बच्चों उचित पोषाहार नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं और आपका ध्यान अनुच्छेद 370 पर है. आप ऐसा केवल विधानसभा चुनाव को देखते हुए कर रहे हैं.'
सिब्बल ने मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जम्मू एवं कश्मीर को लेकर उनके उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर अनुच्छेद 370 की वजह से विकास में पीछे रह गया.
गरीबी, शिशु मृत्यु दर और बेरोजगारी दर और हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और गुजरात के उच्च शिक्षा और मानव विकास सूचकांक में रैंक पर सिब्बल ने कहा, 'इन राज्यों में अनुच्छेद 370 नहीं है, लेकिन जम्मू एवं कश्मीर में इनमें से बहुत आंकड़े इन राज्यों से बेहतर हैं.'
और पढ़ें:6 पैसे प्रति मिनट वसूलने के जियो के कदम का ग्राहकों और कंपनियों पर पड़ेगा ये असर
उन्होंने अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बीते तीन वर्षो में, अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश करने वाले भारतीयों की संख्या तिगुनी हो गई है.
उन्होंने कहा, 'इसका मतलब है कि बहुत सारे गरीब रोजगार अवसर की तलाश में देश छोड़ रहे हैं और प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है, क्योंकि वह बीते साढ़े पंच वर्षो देश चला रहे हैं.'