प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच वहां के निवासियों को साधने की कोशिश करते हुए कई ट्वीट किए. मोदी ने कहा कि बिहार 'सुशासन' को पसंद करता है. उन्होंने हिंदी में किए गए कई ट्वीट्स के जरिए बिहार के लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया और 'आत्मनिर्भर बिहार' के लिए अपना दृष्टिकोण भी प्रकट किया. मोदी ने एक ट्वीट में कहा, पिछले दिनों मुझे बिहार के अपने भाइयों-बहनों से मिलकर उनका आशीर्वाद लेने का अवसर मिला. सासाराम में पहली रैली से लेकर सहरसा में आखिरी रैली तक जनता ने हमेशा की तरह ढेर सारा प्यार दिया. एक जनसेवक के रूप में बिहार की भूमि का चरण स्पर्श मुझे जनसेवा के लिए और प्रतिबद्ध करता है.
उन्होंने कहा कि चूंकि बिहार ने हमेशा लोकतंत्र के मूल्यों को सर्वोच्च माना है, इसलिए राज्य के लोग सुशासन की राजनीति पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, राजनीतिक चेतना से लेकर सामाजिक मंथन तक, तीज त्योहार से लेकर व्यंजनों तक, बिहार अद्भुत है. यह बिहार का जीवन है. यह आत्मनिर्भर बिहार की नींव है. मोदी राज्य के युवाओं और महिलाओं तक पहुंचे, जो उन्होंने अपनी रैली के माध्यम से किया. उन्होंने कहा कि बिहार में राजग की सभी रैलियों में एक समानता देखी कि युवा और महिला शक्ति की भागीदारी बढ़ी है.
उन्होंने केंद्र की जन-धन, मुद्रा ऋण योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत योजना, उज्जवला और जल जीवन मिशन जैसी विकास योजनाओं पर जोर दिया. मोदी ने यह भी कहा कि केवल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बिहार के युवाओं को सुविधा, सुरक्षा, रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान कर सकता है. उन्होंने बिहार में रोजगार के नए अवसरों का वादा किया. उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना और स्टैंडअप इंडिया योजना के तहत बिहार को एक लाख करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं.
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, राजग ने किसानों के लिए जितना किया और कर रहा है, उतना किसी ने कभी नहीं किया. मेगा फूड पार्क, आधुनिक कोल्ड चेन, एग्रो-प्रोसेसिंग क्लस्टर्स बिहार को आधुनिक कृषि इंफ्रास्ट्रक्च र देंगे. कृषि उत्पाद संघों की बढ़ती संख्या छोटे किसानों की ताकत बढ़ाएगी, उन्हें बड़े बाजारों से जोड़ेगी. प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए 10 ट्वीट्स की अपनी श्रृंखला में कई बातें रखीं.
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, विकास का सबसे बड़ा दुश्मन भ्रष्टाचार है. यह गरीबों से उनका अधिकार छीनता है. बैंक खातों, आधार और मोबाइल को जोड़कर राजग सरकार ने गरीबों को उनका अधिकार दिया है और काली कमाई के अनेक रास्ते बंद कर दिए हैं. अब अधिकांश योजनाओं का पैसा गरीबों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर हो रहा है.
बिहार चुनाव के तीसरे और आखिरी चरण का मतदान 7 नवंबर को है और 10 नवंबर को नतीजे आएंगे. भाजपा-जदयू की अगुवाई वाला राजग गठबंधन सत्ता बरकरार रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, जबकि राजद, कांग्रेस व वाम दलों के नेतृत्व वाला 'महागठबंधन' उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना चाह रहा है.
Source : News Nation Bureau