प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनियाभर के लोगों को भारत के संसदीय चुनाव देखने के लिए भारत जरूर आना चाहिए. उन्होंने संसदीय चुनाव को 'लोकतंत्र के कुंभ' की संज्ञा दी. प्रयागराज में कुंभ मेला में आए 181 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि बिल्कुल कुंभ की तरह, अपने विशाल आकार और पूर्णत: निष्पक्षता के साथ भारत के संसदीय चुनाव दुनियाभर को प्रेरणा दे सकते हैं.उन्होंने कहा कि दुनियाभर के लोगों को यह देखने के लिए भारत आना चाहिए कि भारत कैसे संसदीय चुनाव कराता है.
मोदी ने कहा कि कुंभ मेले में अब आस्था, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक चेतना के साथ-साथ आधुनिकता और प्रौद्योगिकी को भी जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया भारत को उसकी आधुनिकता और उसकी समृद्ध विरासत दोनों के लिए जानेगी. उन्होंने कहा कि कोई जब तक वास्तव में कुंभ मेला नहीं जाता वह इसकी पूरी तरह सराहना नहीं कर सकता कि यह कितनी बड़ी विरासत है. उन्होंने कहा कि यह परंपरा हजारों वर्षो से अबाधित चली आ रही है.
उन्होंने कहा कि कुंभ जितना समाज सुधार से संबंधित है उतना ही आध्यात्मिकता से भी जुड़ा है. उन्होंने कहा कि कुंभ भविष्य के लिए एक रोडमैप की रुपरेखा बनाने तथा प्रगति की निगरानी करने के लिए आध्यात्मिक गुरुओं एवं समाज सुधारकों के बीच चर्चा का एक मंच बना हुआ है. भारतीय संस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) ने आज दिल्ली में प्रवासी भारतीय केन्द्र में 188 देशों के शिष्टमंडलों का स्वागत करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 188 शिष्टमंडलों के साथ एक ऐतिहासिक समूह फोटो का हिस्सा बने. प्रधानमंत्री ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि वह शिष्टमंडलों से मिलकर प्रसन्न हैं जो प्रयागराज में कुंभ मेले से अभी तुरंत लौटे हैं. उन्होंने दुनिया भर से आए शिष्टमंडलों को धन्यवाद दिया एवं कहा कि उनकी सहभागिता कुंभ की सफलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है.
Source : IANS