महाराष्ट्र में लगातार मूसलाधार बारिश ने मुंबईकरों की जिंदगी पर ब्रेक लगा दी है। भारी बारिश के कारण सोमवार को मुंबई में रेल और सड़क यातायात बाधित रहा जिससे दफ्तर और काम पर जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मुंबई की लाइफलाइन मानी जाने वाली पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) और मध्य रेलवे, नेटवर्क के अलग-अलग जगहों पर पानी जमा हो जाने के कारण 15 से 20 मिनट की देरी से चल रही हैं, जिसके कारण सुबह अधिक भीड़भाड़ वाले समय में यात्रियों को खासी मुसीबत का सामना करना पड़ा।
हालांकि बारिश की वजह से रेल सेवाओं के बाधित होने पर सेंट्रल रेलवे के पीआरओ एके जैन ने बताया कि सेंट्रल लाइन के तीनों रूट पर ट्रेन सेवा फिर से बहाल कर दी गई है।
गौरतलब है कि मुंबई में 144.47 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी उपनगर में सुबह 8:30 बजे तक 107.21 मिलीमीटर और पश्चिमी उपनगर में 131.32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
पानी-पानी हुई मुंबई
भारी बारिश की वजह से सड़कों, ओवरब्रिजों और कॉम्प्लेक्स परिसरों में पानी भर गया जिसकी वजह से मुंबई में ज्यादातर स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
अंधेरी में गोखले पुल की घटना के बाद डब्ल्यूआर ने रविवार को एहतियात के तौर पर उत्तरी कैरिजवे और फुटपाथों को बंद रखने की घोषणा की थी। इस घटना में एक महिला की मौत हो गई थी।
कई निचले इलाके दादर, सायन, परेल, कुर्ला, विद्याविहार, अंधेरी, मलाड और जोगेश्वरी उपनगरों में दूसरे दिन पानी भर जाने के कारण सड़क यातायात और पैदल चलने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अगले 24 घंटे मुंबई पर पड़ेंगे भारी!
मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को सुबह 8.30 तक कोलाबा इलाके में 170.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो इस सीजन का अबतक का रिकॉर्ड है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने मुंबई में अगले 24 से 48 घंटे के बीच और बारिश होने की संभावना जताई है जिससे निश्चित तौर पर वहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
उत्तर भारत में जल प्रलय
एक तरफ जहां मुंबई बारिश से बेहाल है वहीं मॉनसून के फिर से रफ्तार पकड़ लेने की वजह से केरल, कर्नाटक, ओडिशा, असम, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में भी बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए अगले 4 दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। पश्चिम बंगाल और असम के कई क्षेत्र भारी बारिश की वजह से भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं। असम में बाढ़ ने जहां 40 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है वहीं लाखों लोग बेघर हो गए है और राहत कैंप में रहने पर मजबूर हैं।
महाराष्ट्र से सटे गुजरात और गोवा जैसे राज्यों की हालत भी बारिश की वजह से कुछ खास अच्छी नहीं है। गुजरात में बाढ़ की वजह से कई ग्रामीण इलाके ढूब गए है जबकि गोवा में भी जोरदार बारिश ने सैलानियों की मुश्किलें बढ़ा दी है।
जम्मू-कश्मीर में भी बाढ़ की वजह से हालात बदतर होते जा रहे हैं और झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कश्मीर घाटी में भारी बारिश की वजह से लगातार भूस्खलन हो रहे हैं जिससे बार-बार अमरनाथ यात्रा को भी रोकना पड़ा रहा है।
मॉनसून की बारिश ने मध्य प्रदेश सरकार के तैयारियों की भी पोल खोल दी है और भोपाल सहित कई जगहों पर लोगों को भारी जलजमाव का सामना करना पड़ा रहा है।
जहां इन पांच राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है वहीं बारिश को लेकर 13 राज्यों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। उत्तर भारत के साथ ही उत्तर पूर्व के राज्यों में बाढ़ और बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढा दी है।
आज नागालैंड की राजधानी कोहिमा में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से एनएच 29 पूरी तरह ध्वस्त हो गया जिससे लोगों की आवाजाही पर व्यापक असर पड़ा है। वहीं बाढ़ और बारिश ने त्रिपुरा के लोगों का भी जीना मुहाल कर रखा है और गई इलाके बाढ़ में डूबे हुए हैं।
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चीन से जापान तक बारिश से हाहाकार
जहां एक तरफ भारत के कई राज्य भारी बारिश का सामना कर रहे हैं वहीं एशिया के दूसरे देश भी इससे अछूते नहीं है। जापान में भारी बारिश के बाद आई विनाशकारी बाढ़ ने अब तक 104 लोगों की जान ले ली है जबकि 50 लोगों के लापता होने की खबर है।
वहीं तकनीकी रूस से एशियाई देशों में सबसे आगे चीन भी बाढ़ से होने वाले नुकसान को नहीं रोक पा रहा है। चीन का गुआंगशी प्रांत बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है और यहां करीब 300 मकान बर्बाद हो गए हैं और कई लोगों की जान चली गई।
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Source : News Nation Bureau