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संसद का मॉनसून सत्र खत्म, लोकसभा में 22 में से पास हुए 21 विधेयक

लोकसभा शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई, लेकिन इससे पहले मॉनसून सत्र की 17 बैठकों में निम्न सदन ने 21 विधेयकों को मंजूरी प्रदान की।

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ruchika sharma
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संसद का मॉनसून सत्र खत्म, लोकसभा में 22 में से पास हुए 21 विधेयक

लोकसभा (फाइल फोटो)

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लोकसभा शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई, लेकिन इससे पहले मॉनसून सत्र की 17 बैठकों में निम्न सदन ने 21 विधेयकों को मंजूरी प्रदान की। सरकार की ओर से लोकसभा में 22 विधेयक पेश किए गए। सदन की कार्यवाही तय समय सीमा से 20 घंटे अधिक समय तक चली, क्योंकि सदन के आठ घंटे की कार्यवाही की भरपाई करने के लिए सांसद देर तक लोकसभा में टिके रहे। लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मॉनसून सत्र की समाप्ति पर सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करते हुए खुशी जाहिर की। 

उन्होंने कहा, 'सदन की 17 बैठकें हुईं, जो 112 घंटे तक चलीं।' लोकसभा में 21 जुलाई को नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जिसपर बहस में 51 सदस्यों ने हिस्सा लिया।

महाजन ने बताया कि सरकार ने लोकसभा में 22 विधेयक पेश किए, जिनमें से सदन में 21 पारित हुए। 

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान करना महत्वपूर्ण कानून था। इसके अलावा, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम में तत्काल गिरफ्तारी के प्रावधान को बहाल करना एक दूसरा महत्वूर्ण कदम रहा। 

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एक अन्य विधेयक के माध्यम से विदेशी मतदाताओं के लिए लोकसभा और विधानसभाओं के चुनावों में अपने मत प्रदान करने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त करने का मार्ग सुगम कर दिया गया। 

लोकसभा में पारित अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों में बच्चों को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (दूसरा संधोधन) विधेयक, भगोड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक, भ्रष्टाचार निवारक (संशोधन) विधेयक, मानव तस्करी (निवारण, रोकथाम व पुनर्वास) विधेयक, आपराधिक विधि (संशोधन) विधेयक, वाणिज्य अदालत, उच्च न्यायालय के वाणिज्य खंड व वाणिज्य अपीली खंड (संशोधन) विधेयक और अचल संपत्ति आवश्यकता व अधिग्रहण (संशोधन) विधेयक शामिल हैं।

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सदन में वर्ष 2015-16 के लिए अनुपूरक अनुदान मांग (सामान्य) और अधिक अनुदान मांग पर भी चर्चा हुई और संबद्ध विनियोग विधेयकों को मंजूरी प्रदान की गई। 

सदस्यों ने सार्वजनिक महत्व के 534 मुद्दे उठाए और नियम 377 के तहत 326 मसले उठाए गए। 

सदन में देशभर में बारिश और सूखे के हालात पर भी अल्प अवधि के दौरान चर्चा हुई। महाजन ने कहा, 'सदन में आठ घंटे और 26 मिनट का वक्ता बर्बाद हुआ, मगर सदस्यों ने तय अवधि से 20 घंटे 43 मिनट अधिक समय सदन को दिया।' उन्होंने कहा कि यह सत्र पिछले दो सत्रों के मुकाबले अधिक उत्पादक व संतोषप्रद रहा।  लोकसभाध्यक्ष ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। मॉनसून सत्र 18 जुलाई को आरंभ हुआ था। 

Source : IANS

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