18 जुलाई को संसद में शुरू होने वाले मानसून सत्र को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। राहुल ने पत्र लिखकर इस सत्र में महिला आरक्षण बिल लाने की मांग की है।
राहुल ने पीएम को लिखे अपने पत्र में कहा है कि संसद में कांग्रेस इस बिल का समर्थन करेगी। राहुल ने लिखा है कि संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से महिला आरक्षण पर लिखे गए इस खत को बीजेपी के तीन तलाक बिल के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
इससे पहले 2017 में सोनिया गांधी ने भी इस बिल पर चर्चा कराने को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। वहीं बीजेपी भी आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए इस सत्र में तीन तलाक विधेयक को पास कराना चाह रही है और इसके लिए विपक्षी दलों से सहयोग की मांग कर चुकी है।
आपको बता दें कि संसद का मॉनसून सत्र 18 जुलाई से 10 अगस्त तक चलेगा।
और पढ़ें: शोपियां फायरिंग केस: सेना के खिलाफ FIR पर केंद्र और राज्य सरकार आमने सामने
इससे पहले सोनिया ने महिला आरक्षण बिल पर चर्चा कराने की मांग को लेकर पत्र लिखा था कि 1996 से संसद में लटके इस बिल को लोकसभा में पेश कर इस लंबित बिल को पास कराया जाए।
यह बिल मार्च 2010 में राज्यसभा में पास हो चुका है और अब लोकसभा में पास होने की राह देख रहा है। इस बिल को पहली बार 1996 में तत्कालीन पीएम एच. डी. देवगौड़ा के कार्यकाल में संसद में पेश किया गया था।
महिला आरक्षण को मंजूरी देने के लिए संविधान में संशोधन करना होगा।
उधर, सरकार विपक्ष से तीन तलाक समेत कई अटके बिलों को पास कराने के लिए सहयोग की उम्मीद कर रही है।
सरकार ने विपक्षी दलों से तीन तलाक, पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा, रेप के दोषियों को सख्त दंड के प्रावधान वाले विधेयक समेत कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने में सहयोग मांगा है।
और पढ़ें: महिलाओं के साथ बढ़ रहे अपराधों पर लोगों को भटका रहे हैं पीएम मोदी: SP
Source : News Nation Bureau