सरहद पर चीन से गतिरोध और कोरोना वायरस (Corona Virus) संकट के बीच संसद के मानसून सत्र की तैयारियां शुरू होने लगी हैं. तय माना जा रहा है कि संसद का मानसून सत्र जल्द ही आयोजित किया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि संसद के दोनों सदनों के महासचिवों को आगामी मॉनसून सत्र के लिए जरूरी बंदोबस्त करने को कहा गया है. जिसमें सदस्य सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए प्रत्यक्ष रूप से भाग ले सकते हैं. लेकिन अभी तक मॉनसून सत्र की तारीख अभी तय नहीं हुई है. हालांकि संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी का कहना है कि मानसून सत्र (Monsoon session) निश्चित रूप से आयोजित किया जाएगा. सरकार सभी औपचारिकताएं पूरी करेगी और सभी सावधानी बरतेंगी.
Monsoon session (of Parliament) will be held certainly. Government will do all the formalities & take all precautions: Pralhad Joshi, Parliamentary Affairs Minister pic.twitter.com/DbLyrz8upD
— ANI (@ANI) July 12, 2020
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उधर, सूत्रों ने बताया कि लोकसभा और राज्यसभा के शीर्ष अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है कि दोनों सदनों की बैठक उनके संबंधित चैंबरों से ही संचालित होने की संभावना है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सत्र आयोजित करने के संबंध में विचार-विमर्श किया. सूत्रों ने बताया कि इस तरह के विकल्पों पर विचार किया जा रहा है कि दोनों सदनों की बैठक एक साथ चल सके और अलग-अलग दिन नहीं, जैसा कि मीडिया के एक वर्ग में दावा किया जा रहा था.
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सूत्रों के अनुसार, सांसदों की बैठक व्यवस्था संसद परिसर में विभिन्न स्थानों पर की जाएगी. उन्होंने कहा कि सांसदों के बैठने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार चल रहा है, जिनमें दोनों सदनों की लॉबियों और गैलरियों में, सेंट्रल हॉल में और पुस्तकालय भवन के बालयोगी सभागार में बैठक व्यवस्था की जा सकती है. मॉनसून सत्र की तारीख अभी तय नहीं हुई है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि सत्र निश्चित रूप से 22 सितंबर से पहले शुरू होगा क्योंकि संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से अधिक का समय अंतराल नहीं हो सकता. संसद का बजट सत्र 23 मार्च को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था.
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इस बार मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. भारत-चीन गतिरोध, विकास दुबे एनकाउंटर, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें, कोविड-19 संकट से ठीक से न निपटने और उद्योगों पर लॉकडाउन जैसे कई मुद्दों के संसद के अंदर गूंज सकते हैं. इन मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए विपक्ष ने भी पूरी तैयारी कर ली है. शनिवार को कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के लोकसभा सदस्यों के साथ बैठक की और आगामी मानसून सत्र के लिए रणनीति पर चर्चा की.
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