गुजरात पुलिस ने मोरबी पुल हादसे के बारे में अपनी प्राथमिकी में कहा है कि माछू नदी पर बना मोरबी केबल पुल मरम्मत कार्य व रखरखाव में कमी, कुप्रबंधन या किसी अन्य तकनीकी कारणों से ढह गया. रविवार शाम पुल ढहने से 141 लोगों की मौत हो गई थी. प्राथमिकी में पुलिस ने पुल की मरम्मत करने वाली एजेंसी, उसके प्रबंधन और जांच के दौरान जिनके नाम का खुलासा हुआ है, उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की है. मोरबी बी डिवीजन के पुलिस निरीक्षक पी.ए. देकावड़िया ने प्राथमिकी में कहा है कि पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे ढह गया और जब रात 8.15 बजे शिकायत दर्ज की गई, तब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी थी व 150 लोग घायल हो चुके थे.
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अधिकारी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि गुणवत्ता जांच या भार वहन क्षमता का परीक्षण किए बिना पुल को लोगों के लिए खोल दिया गया था.पुलिस ने कहा कि मामले में लापरवाही हुई है और ऐसा लगता है कि यह कार्य जानबूझकर किया गया. आरोपियों ने गैर इरादतन हत्या का अपराध किया है. मामले की जांच उप पुलिस अधीक्षक पी.ए. जाला करेंगे. पुलिस विभाग के सूत्रों के मुताबिक मामले में अब तक तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
Source : IANS