विदेश में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों का रुझान अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की तुलना में अब ब्रिटेन की तरफ भी तेजी से बढ़ रहा है। भारत में स्थित ब्रिटिश उच्चायोग ने शुक्रवार को बताया कि पढ़ाई और काम करने के लिए यूनाइटेड किंगडम जाने वाले भारतीयों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ब्रिटिश डिप्लोमेटिक मिशन के द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में बताया गया है कि इस साल जून 2018 तक 5,50,925 भारतीयों को यूके वीजा की मंजूरी मिली है जो कि पिछले साल की तुलना में 10 फीसदी ज्यादा है।
यूके में 16 साल से ज्यादा उम्र के छात्रों की पढ़ाई के लिए दी जाने वाली टीयर-4 जनरल वीजा ने 15,390 का आंकड़ा छू लिया जो पिछले 12 महीने में 32 फीसदी की बढ़ोतरी है।
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त सर डोमिनिक असकीथ ने कहा, 'मुझे व्यक्तिगत रूप से खुशी हुई है कि भारतीय छात्रों की संख्या में 32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हमारे विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थानों और सुरक्षित जगह में पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों का मैं स्वागत करता हूं।'
बयान के अनुसार, इसके अलावा करीब 5,50,925 भारतीयों को जून 2018 तक यूके वीजा की मंजूरी मिली है जो पिछले साल की तुलना में 10 फीसदी की बढ़ोतरी है। इसी दौरान 6,500 से ज्यादा भारतीय शॉर्ट टर्म पढ़ाई के लिए ब्रिटेन आए।
More Indians choose the UK to visit and study. Latest statistics from @ONS show 32% increase in student visas and 10% increase in visit visas.
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— UK in India🇬🇧🇮🇳 (@UKinIndia) August 24, 2018
बयान के मुताबिक छात्र वीजा की संख्या में बढ़ोतरी का यह लगातार तीसरा साल है। वहीं साल 2017 में काम करने के लिए 60,000 से अधिक भारतीयों को वीजा जारी किया गया।
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इसके अलावा घूमने के लिहाज से देखा जाय तो ब्रिटेन लोगों की पसंद का एक विशेष हिस्सा है। प्रमुख छुट्टियों के जगह के लिए भारतीय यूके को चुन रहे हैं इसलिए पिछले साल इस कैटगरी में 10 फीसदी बढ़ोतरी के साथ वीजा जारी करने की संख्या 4,54,658 रही।
डोमिनिक असकीथ ने कहा, 'हालिया आंकड़ों के ट्रेंड से हमने नोटिस किया है कि दुनिया के किसी देश के हिस्सों की तुलना में ज्यादा से ज्यादा भारतीय घूमने, काम करने और पढ़ाई के लिए यूके को चुन रहे हैं। यह शानदार है।'
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बयान के मुताबिक, ये सभी आंकड़ें जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच के हैं और इसकी तुलना पिछले 12 महीनों (जुलाई 2016 से जून 2017) से की गई है। इसमें यह भी बताया गया है कि 10 में से 9 भारतीयों का वीजा आवेदन मंजूर हो जाता है जो वैश्विक औसत से ऊपर है।
हालांकि इसी साल जून में वीजा नियमों को लेकर ब्रिटेन ने टीयर-4 वीजा नियम में बड़ा बदलाव कर भारत को करारा झटका दिया था। ब्रिटेन सरकार ने आसान वीजा नियम वाले देशों की सूची से भारत को बाहर कर दिया था। इस बदलाव को लेकर ब्रिटिश उच्चायुक्त की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया।
Source : News Nation Bureau