इतिहास में साल 2020 को शायद अलग तरीके से आंका जाएगा.. कोरोना वायरस जैसी बड़ी महामारी की बात की जाए या फिर प्रकृति के प्रकोप की इस वर्ष इंसान के विकास पर हावी है. इसी क्रम में गुरुवार को बिहार और उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने और आंधी-तूफान से भारी तबाही हुई. जहां बिजली गिरने से बिहार में 83 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग झुलस गए. वहीं उत्तर प्रदेश में भी बिजली गिरने से करीब 24 लोगों की मौत हो गई. बिहार के 23 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से मानवीय क्षति हुई है.
सबसे ज्यादा मौत गोपालगंज में हुई जहां पर 13 लोग मारे गए. जबकि मधुबनी और नबादा में 8-8 लोग मारे गए. इस घटना को लेकर पीएम मोदी ने भी अपनी संवेदना जाहिर की है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का समाचार मिला, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं.
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इस बीच राज्य सरकार ने इस प्राकृतिक आपदा में मारे गए सभी लोगों के परिजनों के लिए 4-4 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया है. बिहार में 8 जिले ऐसे हैं जहां पर कम से कम 5 लोगों की मौत हुई है. ये जिले हैं गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, सिवान, बांका, दरभंगा, भागलपुर के अलावा मधुबनी और नबादा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस घटना को लेकर अपनी संवेदना जाहिर की है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद करें.
भारी बारिश का अलर्ट
इस बीच मौसम विभाग ने बिहार के लिए 72 घंटे का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग में बिहार में अगले 72 घंटे में भारी बारिश होने को लेकर आज गुरुवार को अलर्ट जारी किया.
मौसम विभाग की ओर से जारी इस अलर्ट में पूरे प्रदेश में अत्यंत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. इस बीच दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बुधवार को मॉनसून ने दस्तक दे दी, जिसकी वजह से वहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई. आज गुरुवार को दिल्ली-NCR के कुछ इलाकों में आंधी आने के साथ-साथ बारिश भी हुई.
Source : News Nation Bureau