मुंबई स्थित शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर एंटीलिया के बाहर मिली विस्फोटक लदी कार के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत पर पूछताछ के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुंबई पुलिस के इनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाझे को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. कार मालिक की पत्नी ने सचिन वाझे (Sachin Vaze) पर संदेह जताया था. गिरफ्तारी से पहले सचिन वाझे से एनआईए ने लगभग 12 घंटे पूछताछ भी की. गौरतलब है कि हिरेन की कार चोरी चली गई थी, बाद में वह जिलेटिन छड़ों के साथ अंबानी के घर से बाहर मिली. कार की बरामदगी के कुछ ही दिन बाद मनसुख हिरेन की संदिग्ध मौत हो गई. अब इस मामले की जांच आतंकवादी निरोधक दस्ता (ATS) कर रहा है.
कार मालिक की पत्नी ने जताया था हत्या का संदेह
सूत्रों के मुताबिक एनआईए के अधिकारियों का कहना कि विस्फोटक मामले में शनिवार की सुबह सचिन वाझे को जांच के लिए बुलाया था. वह पहले जांच की कमान संभाल रहे थे और स्कॉर्पियो का इस्तेमाल करने के लिए उनका नाम सामने आया था. एनआईए का कहना है कि मामले में उनकी संलिप्तता सामने आई है. सचिन वाझे ने 25 फरवरी को कारमाइकल रोड (एंटीलिया के पास) पर विस्फोटक लदे स्कॉर्पियो लगाने वाले समूह का हिस्सा होने की बात कबूल कर ली है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद सरकार ने विस्फोटक वाली कार के मामले में जांच अधिकारी बनाए गए वाझे का ट्रांसफर कर दिया था. एनकाउंटर स्पेशलिट के रूप में मशहूर रहे वाझे ने ठाणे सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत की याजिका भी दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया.
NIA arrests Mumbai police officer Sachin Vaze in connection with its investigation into the recovery of explosives from a car parked near Mukesh Ambani's house in Mumbai https://t.co/6AZvHH6rz2
— ANI (@ANI) March 13, 2021
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इन धाराओं में हुई गिरफ्तारी
वाझे को आईपीसी की धारा 286, 465, 473, 506(2), 120 B और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4(a)(b)(I) के तहत गिरफ्तार किया गया है. उनपर ये धाराएं 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी कार को प्लांट करने में शामिल होने के आरोप में लगाए गए हैं. गौरतलब है कि दक्षिण मुंबई में अंबानी के बहुमंजिला घर एंटीलिया के पास 25 फरवरी को एक 'स्कॉर्पियो' कार के अंदर जिलेटिन की 20 छड़ें रखी हुई मिली थीं. पुलिस ने कहा था कि कार 18 फरवरी को ऐरोली-मुलुंड ब्रिज से चोरी हुई थी. वाहन के मालिक हीरेन मनसुख शुक्रवार को ठाणे में मृत पाए गए थे.
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इनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं वाझे
49 साल के वाझे महाराष्ट्र के कोल्हापुर के रहने वाले हैं और वह 1990 में एक सब-इंस्पेक्टर के रूप में महाराष्ट्र पुलिस में भर्ती हुए थे. सबसे पहले उनकी पोस्टिंग नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली में हुई थी और फिर ठाणे में तैनाती हुई. मुंबई पुलिस में आने के बाद वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में मशहूर हुए. वाझे ने अंडरवर्ल्ड के कई गैंगस्टर्स के एनकाउंटर में हिस्सा लिया. बताया जाता है कि उन्होंने 5 दर्जन से अधिक अपराधियों को इन मुठभेड़ों में मार गिराया. बताया जाता है कि वाझे टेक्नोलॉजी की अच्छी जानकारी रखते हैं और उन्होंने कई साइबर क्राइम और आपराधिक केसों को भी उन्होंने सुलझाया था.
HIGHLIGHTS
- एनआईए ने घंटों पूछताछ के बाद किया वाझे को गिरफ्तार
- सुत्रों के मुताबिक वाझे ने स्कॉर्पियो खड़ी करने की बात कबूली
- कार मालिक की संदिग्ध हत्या के बाद पत्नी ने लगाया था वाझे पर आरोप