भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. वे अल्पसंख्यक मामलों का विभाग देख रहे थे. नकवी राज्यसभा के सदस्य थे. अब उनका कार्यकाल समाप्त होने जा रहा था. नकवी को इस बार भाजपा ने राज्यसभा सदस्य नहीं बनाया है. ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी जल्द उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी देने वाली है. दरअसल, मोदी सरकार के दो मंत्रियों के राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल गुरुवार को खत्म हो रहा है. इनमें मुख्तार अब्बास नकवी के साथ जदयू कोटे से आरसीपी सिंह (Ramchandra Prasad Singh) का नाम भी सामने है. ये दोनों नेता अब 6 जुलाई के बाद से किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहेंगे.
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मोदी मंत्रिमंडल में बीते 8 साल से मुख्तार नकवी सेवाएं दे रहे थे. 2010 से 2016 तक वे यूपी से राज्यसभा सदस्य थे. 2016 में वे झारखंड से राज्यसभा में भेजे गए. नकवी पहली बार 1998 में लोकसभा चुनाव जीते थे और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला था. उसके बाद 26 मई 2014 में मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री बनाए गए. नजमा हेपतुल्ला के 12 जुलाई 2016 को इस्तीफे के बाद से ही उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया था. मोदी कैबिनेट में 30 मई 2019 को शामिल हुए और अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय संभाला.
आरसीपी सिंह को जनता दल यूनाईटेड ने आगे मौका नहीं दिया. वे जदयू के कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री थे. उन्हें भी जदयू ने अगल कार्यकाल नहीं दिया है. सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल की बैठक के बाद नकवी ने भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा से चर्चा की.
HIGHLIGHTS
- नकवी के साथ जदयू कोटे से आरसीपी सिंह का नाम भी सामने है
- दोनों नेता अब 6 जुलाई के बाद से किसी भी सदन के सदस्य नहीं होने वाले हैं
- मोदी मंत्रिमंडल में बीते 8 साल से मुख्तार नकवी सेवाएं दे रहे थे