आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुलायम सिंह यादव ने सुप्रीम कोर्ट में बृहस्पतिवार को हलफनामा दाखिल किया. मुलायम सिंह यादव ने दावा किया है कि सीबीआई की प्राथमिक जांच उन्हें क्लीन चिट दे चुकी है. हालांकि जिस रिपोर्ट का मुलायम ने हवाला दिया है. सीबीआई उसे पहले ही फर्जी बताकर 2009 में एफआईआर दर्ज करा चुकी है. सुप्रीम कोर्ट में हलफनामे पर शुक्रवार को सुनवाई होगी.
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सीबीआई ने फिलहाल अभी अपना जवाब नहीं दिया है. पिछली सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने मुलायम और अखिलेश के खिलाफ अर्जी पर सीबीआई को नोटिस जारी करके जवाब मांगा था. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने राजनीतिक कार्यकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी की अर्जी पर नोटिस जारी किया था.
Mulayam Singh claimed in his affidavit, that prima facie during the investigation, the CBI had given him a clean chit and it found no evidence against him in the disproportionate assets case https://t.co/fnfs1MAxnL
— ANI (@ANI) April 11, 2019
अर्जी में सीबीआई को अदालत में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश देने की मांग की गई थी. आपको बता दें कि याचिकाकर्ता ने 2005 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर CBI को मुलायम, अखिलेश, डिंपल यादव, और प्रतीक यादव पर भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत केस चलाने के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी. इन सभी के खिलाफ अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर आय के ज्ञात श्रोत से अधिक संपत्ति बनाने का आरोप लगाया गया था.
Source : News Nation Bureau